राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सांसद सुनील तटकरे ने उनके भाजपा में शामिल होने की सभी अटकलों को बुधवार को खारिज करते हुए कहा कि वह अपनी पार्टी के प्रमुख शरद पवार के प्रति वफादार हैं।
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के साथ उनकी मुलाकात के एक दिन बाद उन्होंने यह बयान दिया है। राकांपा के तीन विधायकों के इस्तीफा देने के बाद तटकरे ने मंगलवार को पाटिल के आधिकारिक आवास पर उनसे मुलाकात की थी।
इन तीनों और कांग्रेस के एक विधायक ने बुधवार सुबह भाजपा का दामन थाम लिया। तटकरे ने एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्होंने पाटिल और अन्य मंत्रियों से उनके रायगढ़ निर्वाचन क्षेत्र में किए जाने वाले सार्वजनिक कार्यों के बारे में बातचीत करने के लिए मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि उनके दल-बदलने की अफवाह फैला उनकी छवि धूमिल करना ‘गलत’ बात है। तटकरे ने कहा, ‘‘ मैंने चंद्रकांत पाटिल से मुलाकात की, पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल और राज्यमंत्री दादा भुसे (शिवसेना) से मुलाकात की। मैंने चार प्रमुख सचिवों और सचिवों से भी मुलाकात की है।
मैंने इन लोगों से लोकसभा चुनाव के दौरान किए अपने वादों को पूरा करने के प्रयास के रूप में मुलाकात की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी वफादारी पवार साहेब के साथ है। अफवाह फैला मेरी छवि धूमिल करना गलत है। ’’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राकांपा पवार के नेतृत्व में ‘फीनिक्स बर्ड’ की तरह उभरेगी। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव सितम्बर-अक्टूबर में होने हैं।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने शरद पवार से की मुलाकात
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब राकांपा के तीन विधायक और कांग्रेस का एक विधायक सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गया।
मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में थोराट ने कहा, ‘‘पवार साहब गठबंधन के वरिष्ठ नेता हैं और हमने चुनावी तैयारियों पर चर्चा की।’’ यह पूछने पर कि क्या एमएनएस, कांग्रेस-राकांपा गठबंधन का हिस्सा बनेगी, इस पर उन्होंने कहा कि बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई।
थोराट ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले पर विस्तार से जानकारी देने से इनकार कर दिया है।