Gyanvapi Survey: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमला किया। गिरिराज सिंह ने पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू को भी जिम्मेदार ठहराया। कांग्रेस पर हमला किया।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश संविधान से चलता है, तुष्टीकरण से नहीं .. यह कार्य नेहरू जी को आजादी के तुरंत बाद कर देनी चाहिए थी। महबूबा मुफ्ती को ज्ञान होना चाहिए कि मुगलों ने वर्षों तक राज किया और जो काम किया उसे पूरा देश जानता है। मुगलों ने लुटेरों की तरह काम किया। स्वभाविक है अगर नेहरू तुष्टिकरण की राजनीति नहीं किए होते तो आज देश की ये दुर्दशा नहीं होती।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ताजमहल, ज्ञानवापी मस्जिद और कुतुब मिनार क्या-क्या बंद करेंगे? यहां 50% पर्यटन तो वो देखने के लिए आता है जो मुगलों ने बनाया है। 50% लोग यहां सिर्फ ताजमहल देखने के लिए आते हैं। जितनी भी विरासत है उसमें मुगलों का सबसे बड़ा हाथ है। उसके बाद बचा हुआ पर्यटन कश्मीर देखने आता है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जो वादे किए थे कि हम साल में 2 करोड़ नौकरियां देंगे। इन्होंने कहा था कि हम महंगाई को कम करेंगे। हम 15 लाख रुपए गरीबों के खाते में डालेंगे। इन सवालों का इनके पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए लोगों का ध्यान हटाने के लिए हिंदू, मुस्लिम कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि देश में नफरत का माहौल बनाया गया है जो विभिन्न समुदायों के बीच दरार पैदा कर रहा है और उन्होंने इस प्रवृत्ति को रोकने के लिये प्रयासों का आह्वान किया।
अब्दुल्ला ने कहा कि अगर समुदायों के बीच की खाई को पाटना है, तो ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म और मीडिया पर लगातार हिंदू-मुस्लिम बहस जैसे घृणा भरे अभियानों को रोकना होगा। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस की सरकारों ने 2010 और 2016 में घाटी में जब अशांति चरम पर थी तब भी कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा सुनिश्चित की। महबूबा ने कहा, “यहां तक कि 2010 और 2016 में अशांति चरम पर रहने के दौरान भी किसी कश्मीरी पंडित की हत्या नहीं हुई।
लेकिन नफरत का जो माहौल उन्होंने बनाया है, खासकर ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म के बाद, एक विमर्श के जरिए दिमाग में जहर घोला जा रहा है। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा को उन मस्जिदों की एक सूची सौंपनी चाहिए जिन्हें वो लेना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, “बाबरी मस्जिद को गिरा दिया गया और अब वे वहां कुछ और बनाना चाहते हैं…मस्जिदों पर ये दावे सिर्फ नफरत को भड़काने के लिये हैं।” महबूबा ने हैरानी जताते हुए पूछा कि क्या इन मस्जिदों को सौंपे जाने के बाद सरकार विकास के एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करेगी, जैसे सालाना दो करोड़ नौकरियां प्रदान करना और ईंधन की कीमत को 2014 से पहले के स्तर पर लाना।
उन्होंने कहा, “मैंने यह पहले भी कहा है। हम मुसलमानों के लिए अल्लाह वहां हैं जहां हम सजदा करते हैं।” महबूबा ने कहा कि भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी संगठन मुगलों द्वारा बनाई गई संपत्ति के पीछे पड़े हैं। उन्होंने कहा, “क्या वे सब गिराएंगे? ताजमहल, कुतुब मीनार, लाल किला …. इन सभी का निर्माण मुगलों ने किया था। हमारे देश में पचास प्रतिशत पर्यटक इन ऐतिहासिक स्थानों को देखने आते हैं।”