मुंबई, 28 जूनः मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक चार्टर्ज विमान हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। चार लोग विमान में सवार थे और एक व्यक्ति के ऊपर विमान गिरने से उसकी मौत हो गई। शुरुआती रिपोर्ट्स में बताया जा रहा था कि यह विमान उत्तर प्रदेश सरकार का है। जैसे ही यह खबर फैली सरकार ने सफाई दी है कि यह चार्टर्ड विमान उनका नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गुपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि यह विमान 2014 में ही बेच दिया गया था। इस विमान या हादसे का यूपी सरकार से कोई लेना देना नहीं है।
क्रैश हुआ क्राफ़्ट को यूपी सरकार ने 2104 में पुणे की सिल्वर जुबली कम्पनी को बेचा गया था। उसके बाद सिल्वर जुबली कम्पनी ने UY AVIATION को बेच दिया था। लेकिन क्रैश हुआ क्राफ़्ट VT-UPZ भी डीजीसीए की वेबसाइट पर नहीं दिख रहा है। सूत्रों के अनुसार ये अवैध तरीक़े से उड़ान भर रहा था। राज्य सरकार डीजीसीए को पत्र लिख कर यूपी सरकार के लोगो के प्रयोग किए जाने पर रिपोर्ट माँग सकती है।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उड्डयन मंत्री ने प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पायलट की सूझ-बूझ की सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने रिहायशी इलाके से दूर ले जाने की कोशिश। केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उनकी संवेदनाएं मृतक के परिजनों के साथ हैं।
किस वजह से हुआ हादसा?
हादसे के बाद डीजीसीए टीम जांच के लिए रवाना हो गई है। ये जुहू एयरपोर्ट पर टेस्ट फ्लाइट में था। इसने जुहू एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और वापस उसे जुहू एयरपोर्ट ही जाना था। बताया जाता है कि घाटकोपर इलाके में गगनचुंबी इमारतों के बीच यह विमान बेहद कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। हालांकि हादसे की स्पष्ट वजहों का पता नहीं चल सका है।
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