कोरना संकट के बीच ओडिशा के गंजम जिले में रहने वाला मजदूर, चेन्नई से श्रमिक ट्रेन से आया था, जब वह गांव पहुंचा तो गांव वालों ने उसे गांव में आने नहीं दिया, फिर वह क्वारांटीन सेंटर में जाना चाहा लेकिन सरपंच और स्थानीय प्रशासन से भी उसे कोई मदद नहीं मिली, जिसके कारण मजदूर को दो दिन जंगल में बिताना पड़ा। जानकारी के मुताबिक मजदूर बालासोर अपने गांव आने के बाद बस से अपने घर बेहरामपुर लाया गया था।
वहीं स्थानिय लोगों का कहना है कि गांव आने के बाद मजदूर पुलिस और ब्लॉक गया था। लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। इसके बाद वह पास के ही जंगल में चला गया। और वहीं जंगलों से पत्ते लाकर बिछाकर उसी पह सो गया। ये बात जब मजदूर के गांव तक पहुंची तो मौके पर पहुंची पुलिस मजदूर को क्वारांटीन सेंटर ले गई।
वहीं ओडिशा में कोरोना के मामलों की बात करें तो शनिवार को कोरोना के 173 मामले सामने आए हैं। इन नए मामलों के साथ राज्य में कोरोना वायरस के कुल मामले 2,781 हो गए। स्वास्थ्य विभाग अधिकारी के जानकारी के मुताबिक 173 मरीजों में से 150 लोग पृथक-वास केंद्रों में हैं, जो अलग-अलग राज्यों से आए हैं। 173 मरीजों में से 150 लोग पृथक-वास केंद्रों में हैं।
पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 9,971 नए मरीज सामने आए हैं जिसके बाद देश में कोरोना मरीजो की संख्या 2,46,929 हो गई है।