दिल्ली:कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा हाल में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर दिये बयान पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है और उनसे सवाल किया है कि पीएम मोदी भाजपा नेताओं के खिलाफ एक्शन लें, जो बापू के हत्यारे का महिमामंडन करते हैं या फिर प्रधानमंत्री खुद उस दिखावे का प्रदर्शन बंद कर दें, जो वो महात्मा गांधी को लेकर करते हैं।
दरअसल यह विवाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा गोडसे को भारत का "सपुत" (योग्य पुत्र) कहे जाने के कारण पैदा हुई है। केंद्रीय मंत्री सिंह के इस बयान को लेकर कांग्रेस सीधे तौर पर पीएम मोदी को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रही है। भाजपा में केवल गिरिराज सिंह ने ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कुछ दिनों पूर्व एक कार्यक्रम में गोडसे को "देशभक्त" कहा था।
अब इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने भाजपा और पीएम मोदी पर हमला किया है और आरोप लगाया कि क तरफ तो भाजपा के कई वरिष्ठ नेता गोडसे का महिमामंडन कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन बयानों पर मौन रहते हैं और उनके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।
इस संबंध में कांग्रेस की ओर से किये गये ट्वीट में कहा गया है. "आज हम प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हैं। आपको इनमें से एक करना होगा- गोडसे भक्तों को अपनी पार्टी से बाहर निकालो या गांधीजी के सामने झुकने का ढोंग खत्म करो। गांधीजी के इस देश में गोडसे के उपासकों के लिए कोई जगह नहीं है। मोदीजी, आपको फैसला करना है,।”
इस ट्वीट के साथ कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की हालिया जापान यात्रा के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने झुकते हुए उनकी तस्वीर भी साझा की है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया। अब केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उसकी तारीफ़ की है। लेकिन जिस व्यक्ति ने पहले से चले आ रहे निर्मल भारत अभियान की रीब्रांडिंग स्वच्छ भारत अभियान के रूप में की और महात्मा के चश्मे को उसका लोगो बनाया, वह कुछ नहीं बोलता है और न ही अपने सहयोगियों को ऐसा बोलने से रोकने के लिए कोई कार्रवाई करता है।"
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने गिरिराज सिंह की टिप्पणी पर कहा कि राहुल गांधी ने देश और विदेश में इस तथ्य को स्थापित कर दिया है कि आज लड़ाई गांधी और गोडसे के बीच है।
उन्होंने कहा. "महात्मा गांधी हमारे भीतर हैं। हमारे समाज में जो कुछ भी अच्छा है, गांधी उसका प्रतिनिधित्व करते हैं, चाहे वह सत्य हो, चाहे वह अहिंसा हो या चाहे वह प्रेम हो। वहीं गोडसे हिंसा के लिए खड़ा है, नफरत के लिए खड़ा है, झूठ के लिए खड़ा है। ऐसे में सवाल उठता है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता, चाहे वह गिरिराज सिंह हों या उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हों, गोडसे का महिमामंडन क्यों करते हैं और मोदी जी इस पर संज्ञान क्यों नहीं लेते?"
मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पत्रकारों से बात करते हुए गोडसे को भारत का 'सपुत' (योग्य पुत्र) करार दिया और कहा कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे मुगल शासक बाबर और औरंगजेब की तरह आक्रमणकारी नहीं थे क्योंकि वह भारत में पैदा हुए थे।
केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि जो लोग खुद को बाबर और औरंगजेब की संतान कहलाने में खुशी महसूस करते हैं, वे भारत माता के सच्चे पुत्र नहीं हो सकते। वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए गोडसे को देशभक्त करार दिया था। पूर्व सीएम रावत ने कहा कि केवल गांधी उपनाम होने से उनकी विचारधारा गांधीवादी नहीं हो जाती।
उन्होंने कहा, "गांधी जी की हत्या हुई, वह अलग मुद्दा है लेकिन जहां तक मैंने गोडसे को समझा और पढ़ा है। वह भी देशभक्त थे। हम गांधी जी की हत्या से सहमत नहीं हैं।"