पुलवामा आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल गांधी ने हमले में शहीद जवानों के परिवारों के प्रति दुख जताया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यह एक भयानक त्रासदी है। हमारे सैनिकों के खिलाफ इस तरह की हिंसा बिल्कुल असहनीय और शर्मनाक है। हम सभी अपने जवानों के साथ खड़े हैं। कोई भी ताकत इस देश को विभाजित या तोड़ नहीं सकती है।
गांधी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह बहुत भयावह त्रासदी है। आतंकवाद का मकसद हमारे देश को तोड़ना और बांटना है लेकिन मैं यह साफ कहना चाहता हूं कि इस देश को कोई भी शक्ति तोड़ नहीं सकती, बांट नहीं सकती। पूरा विपक्ष अपने सुरक्षा बलों और सरकार के साथ खड़ा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमला हिंदुस्तान की आत्मा पर हमला हुआ है। जिन लोगों ने यह भी किया है उनको यह नहीं लगना चाहिए कि वे इस देश को जरा सा भी चोट पहुंचा सकते हैं। उनको मालूम होना चाहिए कि यह देश इस तरह के हमले को भूलता नहीं है।’’
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि आज का दिन शोक का दिन है। हमारे देश ने करीब 40 सशस्त्र बलों के जवानों को खो दिया है और हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है कि हम उनके परिवारों को बताएं कि हम उनके साथ हैं। हम कभी भी आतंकवादी ताकतों से समझौता नहीं करेंगे।
इससे पहले भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान को दिए गए मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लेने का फैसला लिया है। यह फैसला पुलवामा आतंकी हमले के बाद दिल्ली में दिल्ली में हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा की समिति (CCS) में बैठक हुई है। CCS की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बैठक में ऐसे और कई बडे़ फैसले लिए गए है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 37 जवान शहीद हो गए जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।
(पीटीआई भाषा एजेंसी से इनपुट)