Cash For Query: आज गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि कैश फॉर क्वेरी मामले में लोकपाल ने उनकी शिकायत को स्वीकारते हुए सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "लोकपाल ने आज मेरे कम्प्लेन पर आरोपी सांसद महुआ जी के राष्ट्रीय सुरक्षा को गिरवी रखकर भ्रष्टाचार करने पर CBI inquiry का आदेश दिया।"
पिछले दिनों यानी 2 नवंबर को पूछताछ के लिए एथिक्स कमेटी ने सांसद महुआ मोइत्रा के लिए बुलाया था। लेकिन, महुआ को एथिक्स कमेटी द्वारा किए गए प्रश्नों पर एतराज हुआ तो उन्होंने वॉकआउट कर दिया था।
असल में सांसद निशिकांत दुबे की मानें तो एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने महुआ से टिकट व होटल का बिल मांगा था। उन्होंने आगे कहा था कि इसके अलावा किसी पुरुष मित्र के बारे में एथिक्स कमेटी ने पूछा हो तो वो राजनीति से इस्तीफा दे देंगे।
असल में एथिक्स कमेटी को जो शिकायत मिली थी, उसका आधार कारोबारी हीरानंदानी का वो पत्र था, जिसमें यह सामने आया था कि महुआ ने आधिकारिक ईमेल का दुरुपयोग किया और साथ ही पैसे लेकर संसद में सरकार को घेरते हुए प्रश्न पूछे थे।