पटना: दशहरा से पहले नीतीश सरकार ने शिक्षकों को बड़ी सौगात दी है। लंबे समय से तबादला नीति की राह देख रहे शिक्षकों का ट्रांसफर अब उनके मनचाहे जगह पर हो सकेगा। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के तबादला नीति की घोषणा कर दी है। इस संबंध में राज्य के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि शिक्षक, जनप्रतिनिधि सहित सबके फीडबैक के आधार पर इसे बनाया गया है। न सिर्फ सक्षमता पास शिक्षक बल्कि बीपीएससी के जरिए बहाल शिक्षक भी इसके लिए आवेदन दे सकेंगे। शिक्षकों को पोस्टिंग के लिए 10 ऑप्शन दिया जाएगा।
सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षक अपने ही जिले में रहे इसलिए ऑप्शन ज्यादा दिया जा रहा है। इसके साथ ही असाध्य रोग गंभीर बीमारी, दिव्यांग शिक्षक या मानसिक समस्या वाले शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा महिला शिक्षकों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नीति बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों, सक्षमता परीक्षा पास करने वाले और पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों पर ही लागू होगी। अब इन शिक्षकों को अपने ही जिले में काम करने का मौका मिलेगा। हालांकि, स्थानीय निकायों से नियुक्त शिक्षक इस नीति का लाभ नहीं ले सकेंगे।
सुनील कुमार ने कहा कि इस तबादला नीति के तहत पति-पत्नी एक ही स्कूल में पदस्थापना पा सकेंगे। इसके लिए जल्द ही ऑनलाइन आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और दिसंबर से ट्रांसफर-पोस्टिंग शुरू हो जाएगी। जिन शिक्षकों ने भौतिक दस्तावेज जमा किए हैं, उन्हें भी ऑनलाइन आवेदन करना होगा। शिक्षकों की पदस्थापना 5 साल के लिए होगी। 5 साल के बाद उनका फिर से तबादला किया जाएगा। हालांकि, दिव्यांग या बीमार शिक्षकों की समस्या को देखते हुए उनका तबादला 5 साल से पहले भी किया जा सकता है। शिक्षकों का स्थानांतरण और पदस्थापन सॉफ्टवेयर आधारित एप्लीकेशन के माध्यम से किया जाएगा। इसके लिए विभाग एक विशेष सॉफ्टवेयर विकसित कर रहा है।