पटनाः बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के साथ दोस्ताना मुकाबले के लिए तेजस्वी यादव तैयार हैं. एक ओर जहां नीतीश कुमार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं इधर महागठबंधन में टूट को कमतर करने का राजद लगातार प्रयास कर रहा है.
कांग्रेस के तेवर और उसके नेताओं के बयानों की धार को कुंद करने के लिए राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज कांग्रेस के उम्मीवार का चुनावी मैदान में उतरना खानापूर्ति बताया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इस दोस्ताना संघर्ष के लिए राजद तैयार है. तेजस्वी ने कहा कि राजद ने कांग्रेस प्रभारी भक्तचरण दास को अपने फैसले से पहले ही अवगत करा दिया था.
दोनों सीटों पर राजद ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है और अब कांग्रेस भी इन सीटों पर अपने उम्मीदवार देने की तैयारी में है. जब तेजस्वी यादव से इस बाबत सवाल किया गया तो आज उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि उप चुनाव में इस तरह के दोस्ताना मुकाबले के लिए वह तैयार हैं. ऐसे में गठबंधन टूटने की बात एकदम गलत है. यह सब सत्ता पक्ष का बयान है.
बिहार में महागठबंधन कहीं नहीं बिखरा है. उन्होंने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि वह कांग्रेस के खिलाफ चुनाव प्रचार में बोलेंगे या नहीं. उल्लेखनीय है कि बिहार में दो सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव से पहले महागठबंधन में घमासान मच गया है. राजद पर भड़की कांग्रेस ने भी अब दोनों सीटों पर उम्दमीवार उतारने का ऐलान कर दिया है.
कांग्रेस ने कहा कि राजद ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया, जिसको देखते हुए अब पार्टी दोनों सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव में कुशेश्वरस्थान सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार दिया था तो तारापुर से राजद ने. हालांकि दोनों सीटों पर हार ही मिली थी.
इन दोनों सीटों पर चुने गये जदयू विधायकों के निधन के बाद उप चुनाव हो रहा है. कांग्रेस को उम्मीद थी कि 2020 के विधानसभा चुनाव की तरह इस उप चुनाव में भी राजद उसके लिए ये सीट छोडेगी. लेकिन राजद ने तारापुर के साथ साथ कुशेश्वरस्थान से भी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया, जो कांग्रेस के लिए दुखद रहा.