Ayushman Bharat Digital Mission: केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) को बुधवार को मंजूरी प्रदान कर दी । इस मिशन के लिये पांच वर्षो के लिये 1600 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
सरकारी बयान के अनुसार, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से प्रौद्योगिकी के उपयोग के जरिये गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक समान एवं सुगम पहुंच को सुदृढ़ बनाया जा सकेगा। इसमें कहा गया है कि इसके तहत देश के लोग अपनी आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता संख्या सृजित कर सकेंगे जिससे डिजिटल स्वास्थ्य रिकार्ड को जोड़ा जा सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से देश में उपचार पाना और देना, दोनों बहुत आसान हो जाएंगे। इतना ही नहीं, ये भारत के क्वालिटी और अफॉर्डेबल हेल्थकेयर सिस्टम की ग्लोबल एक्सेस को भी आसान बनाएगा। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की पायलट परियोजना छह केंद्र शासित राज्यों लद्दाख, चंडीगढ़, दादरा एवं नगर हवेली, दमन दीव, पुदुचेरी, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह तथा लक्षद्वीप में पूरा किया गया था।
यदि कोई व्यक्ति एबीडीएम का हिस्सा बनना चाहता है, तो उसे एक स्वास्थ्य आईडी बनानी होगी, जो कि 14 अंकों की होगी। आईडी का व्यापक रूप से तीन उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा, विशिष्ट पहचान, प्रमाणीकरण, और लाभार्थी के स्वास्थ्य रिकॉर्ड की थ्रेडिंग। भारत भर में सरकारी या निजी अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सरकार के कल्याण केंद्र शामिल हो सकते हैं।
जानिए इसके बार में (Ayushman Bharat Digital Mission)-
पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2020 को लॉच किया था।
27 दिसंबर से 2021 से देश भर में लागू।
हेल्थ रिकॉर्ड का डाटाबेस तैयार करना।
देश के प्रत्येक नागरिक को हेल्थ आईडी कार्ड।
नागरिकों के स्वास्थ्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे कि परामर्श, रिपोर्ट आदि डिजिटल स्टोर की जाएंगी।
देश के किसी भी डॉक्टर से घर बैठे परामर्श भी प्राप्त कर सकेंगे।
लगभग करोड़ों यूजर आरोग्य सेतु एप पर एक्टिव हैं।
अपना आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट नंबर जनरेट कर सकेंगे।
यह नंबर 14 अंकों का होगा।
पुराने और नए मेडिकल रिकॉर्ड को इस नंबर से लिंक कर सकते हैं।
यह सभी रिकॉर्ड रजिस्टर्ड हेल्थ प्रोफेशनल एवं हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर के साथ शेयर किए जाएंगे।