पटना: बिहार के मोतिहारी जिले में जहरीली शराब के कारण कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है और करीब 48 से भी अधिक लोग अस्पताल में भर्ती है। जानकारी के अनुसार, आने वाले समय में मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है उन में से अधिकतर की हालत काफी गंभीर है।
घटना को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने जांच के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि यह घटना मोतिहारी जिले के कई गांवों में घटी है जहां 12 और लोगों ने गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की है और उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि 2016 से ही बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ है, ऐसे में राज्य में गैर कानूनी तरीके से शराब की बिक्री होता है।
क्या है पूरा मामला
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, चंपारण रेंज के डीआईजी जयंत कांत ने बताया कि जहरीली शराब ने जान ले ली है। इस केस में पुलिस ने अब तक सात लोगों को गिरफ्तार भी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, लक्ष्मीपुर, पहाड़पुर और हरसिद्धि जैसे अलग-अलग गांवों से ये केस सामने आए है और ये सब गांव जिला मोतिहारी के अंतर्गत आते है। बताया जा रहा है कि घटना की पहली जानकारी शुक्रवार के शाम को आई थी। ऐसे में जिले के लक्ष्मीपुर गांव में सबसे पहला केस आया था और फिर धीरे-धीरे और इलाकों से इसकी खबर आने लगी थी
अलग-अलग जगहों से आई है मौत की खबर
बताया गया है कि शुक्रवार की शाम अचानक से पहली घटना मोतिहारी के तुरकौलिया थानाक्षेत्र के लक्ष्मीपुर में हुई है। यहां के बैरिया बाजार स्थित एक निजी अस्पताल में रामेश्वर राम उर्फ जटा राम की मौत हो गई। वहीं, इसी गांव के ध्रुव पासवान ने मोतिहारी के निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया, जबकि अशोक पासवान व छोटू पासवान ने मुजफ्फरपुर स्थित मेडिकल कालेज अस्पताल में दम तोड़ दिया। यही नहीं पहाड़पुर थाना क्षेत्र के मुशहर टोली में गुटन मांझी और टुनटुन सिंह की भी मौत हो गई है। सुगौली थाना क्षेत्र के गीधा में सुदीश राम, इन्द्राशन महतो, चुलाही पासवान, कौवाहा के गोविंद ठाकुर की मौत छतौनी के निजी अस्पताल में हो गई।
वहीं, इसी थाना क्षेत्र के बड़ेया में गणेश राम की मौत हो गई। हरसिद्धि थाना क्षेत्र के धवई मुशहर टोली में भी तीन लोगों की मौत की सूचना है। तुरकौलिया के लक्ष्मीपुर के बीमार संजय साह, कपिलदेव साह, बिनोद पासवान, अनिल पासवान, प्रमोद प्रसाद, प्रमोद पासवान, अजय राम, संजय राम, कैलाश पासवान, रवीन्द्र राम, उमेश राम, कमलेश पासवान व दिनेश पासवान का इलाज विभिन्न निजी अस्पतालों में चल रहा है। इसी तरह सुगौली, पहाड़पुर व हरसिद्धि के बीमार लोगों की चिकित्सा मोतिहारी के निजी अस्पतालों के अलावा पड़ोसी जिला बेतिया के भी निजी अस्पतालों में चल रहा है। कहा जा रहा है कि कई शवों को परिजनों ने आननफानन में जला दिया गया है।
मरने वालों के बढ़ सकते है आंकड़े
मरने वालो के आंकड़ों में वृद्धि हो सकती है क्योंकि लगभग सात लोगों की गंभीर स्थिति में विभिन्न जगहों पर इलाज चलने की बात बतायी जा रही है। डीएम-एसपी ने डायरिया और फूड प्वाइजनिंग को मौत का कारण बताया है। इस बीच सदर अस्पताल में भर्ती प्रमोद शाह ने कहा है कि उसने गुरुवार की शाम शराब पी थी।
इसके बाद से उसका दम फूल रहा है और उसे धुंधला दिखाई दे रहा है। वहीं जिला प्रशासन व पुलिस की टीम बीमार लोगों के बारे पता लगा रही है। उत्पाद अधीक्षक अमितेश कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं मिली है। रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। जिले में शराब की सूचना पर छापेमारी चल रही है।
पुलिस ने लिया एक्शन
वियॉन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मामले में स्थानीय मीडिया ने बताया है कि 12 अन्य लोगों ने भी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शिकायत की है और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। यही नहीं रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जांच के लिए पटना से मद्यनिषेध इकाई की एक विशेष टीम को मोतिहारी में तैनात किया गया है। ऐसे में इस विशेष टीम में पांच पुलिस अधिकारी, दो डीएसपी और तीन इंस्पेक्टर शामिल हैं।