नई दिल्ली, 19, जून: बीते 9 दिनों से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर में धरना दे रहे हैं। सीएम केजरीवाल के साथ धरने पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन भी धरने पर बैठे थे लेकिन भूख हड़ताल के चलते उनकी तबियत बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने धरने के दौरान मांग करते हुए कहा है कि एलजी अनिल बैजल आईएएस अधिकारियों की कथित हड़ताल खत्म करवाएं और अटकी हुई फाइलों पर अपने साइन करें। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली की जनता का राशन न रोकने की भी मांग की है।
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सीएम केजरीवाल के इस धरने को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू अपना समर्थन दे चुके हैं। वहीं जेडीयू ओर शिवसेना ने भी इस धरने को सही ठहराया जबकि कांग्रेस इससे किनारा करते नजर आई। बीजेपी ने मुख्यंमत्री केजरीवाल के धरने को पॉलिटिकल ड्रामा बताते हुए इसके विरोध में काउंटर प्रदर्शन किया। वहीं आईएएस एसोसिएशन ने बीते रविवार एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर दिल्ली सरकार के आरोपों को सिरे खारिज करते हुए बेबुनियाद झूठा बताया। आखिर 11 जून से लेकर 19 जून तक यानी बिते 9 दिनों में कब क्या हुआ...यहां जानिए...
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1) 11 जून, पहला दिन11 जून को मुख्यमंत्री केजरीवाल एलजी हाउस उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने पहुंचे और अपनी मांगों के लिए मिलने का वक्त मांगा। एलजी से मुलाकात न होने पर सीएम केजरीवाल के साथ एलजी हाउस पहुंचे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और केबिनेट मंत्री गोपाल राय सोमवार 11 जून की शाम से एलजी दफ्तर में धरने पर बैठे।
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2) 12 जून, दूसरा दिनअगले यानी दूसरे दिन मंगलवार देर शाम तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एलजी से मुलाकात न होने के चलते नाराज नजर आए। उन्होंने दूसरे दिन करीब 115 रिट्वीट किए। 12 जून को एलजी हाउस जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया। सिक्युरिटी बढ़ा दी गई और सुरक्षा को देखते हुये दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स भारी तादात में तैनात की गई।
3) 13 जून तीसरा दिनदिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपनी भूख हड़ताल शुरू की। इस दौरान तीसरे दिन केजरीवाल ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा, "मैं दिल्ली की जनता के लिए उन लोगों के खिलाफ लड़ रहा हूं, जिन्होंने सार्वजनिक सेवाएं बंद कर दी हैं... आप कह सकते हैं कि यह धरना उन लोगों के खिलाफ मेरा सर्जिकल स्ट्राइक है, जो दिल्ली के मतदाताओं को दंडित करना चाहते हैं।"
4) 14 जून, चौथा दिनआमरण अनशन पर बैठे सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया की हालत बिगड़ी। वहीं केजरीवाल से उनके भाई को मिलने नहीं दिया गया। इस पर केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, मेरा भाई पुणे से मुझसे मिलने आया। उसको मुझसे मिलने नहीं दिया गया। ये तो गलत है। वहीं बीजेपी नेता मनजिंदर सिरसा ने निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल को नौटंकी बंद करनी चाहिए और काम पर वापस आना चाहिए।
5) 15 जून, चौथा दिनपांचवे दिन बड़ी संख्या में एलजी हाऊस पहुंचे सुरक्षा जवान और एंबुलेस के चलते केजरीवाल ने पीएम मोदी पर धरने को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा, वे लोग उन्हें (मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन) जबरदस्ती ले जाने की योजना क्यों बना रहे है? अभी चार दिन ही हुए हैं. दोनों लोग स्वस्थ हैं और दिल्ली की जनता के लिए लड़ रहे हैं।
6) 16 जून, छठा दिनपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने की इच्छा जताई लेकिन उन्हें सुरक्षा कारणों के चलते एलजी हाऊस से अनुमति नहीं। चारों मुख्यमंत्रियों ने केजरीवाल के धरने को सही बताते हुए नीति आयोग की मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की बात कही। वहीं आम आदमी पार्टी ने पीएम हाऊस के घेराव का ऐलान किया।
7) 17 जून, 7वां दिन रविवार दोपहर दिल्ली की आईएएस एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उन सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, यह जानकारी पूरी तरह झूठी और आधारहीन है जिसमें वे यह कह रहे हैं कि दिल्ली में आईएएस अधिकारी हड़ताल पर हैं। हम समय पर मीटिंग्स में शामिल हो रहे हैं। सभी डिप्टी ऑफिसर अपना काम कर रहे हैं। हम कभी-कभी छुट्टियों पर भी काम कर रहे हैं।
रविवार शाम 5 बजे प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मंडी हाऊस पर पुलिस ने रोका। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, सर, पूरी दिल्ली ही नहीं, पूरा देश अब तो आपसे गुहार कर रहा है- इन IAS अफ़सरों की हड़ताल ख़त्म करवा दीजिए और लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार को प्लीज़ काम करने दीजिए। जनता बहुत आहत और अपमानित महसूस कर रही है।
आमरण अनशन पर बैठे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबियत बिगडने के बाद उन्हें लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया।
8) 18 जून, आंठवा दिनसोमवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की हालत बिगड़ी। धरना प्रदर्शन के दौरान भूख हड़ताल कर रहे सिसोदिया का केटोन लेवल चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा, हांलाकि अब उनकी तबियत में सुधार है।
9) 19 जून, नौंवा दिनदिल्ली सरकार और आईएएस अधिकारियों ने अपने सुर में नरमी लाने का संकेत दिया है और दोनों पक्ष गतिरोध दूर करने के लिए वार्ता को लेकर तैयार दिख रहे हैं। मंगलवार यानी आज सुबह तबियत में सुधार के बाद उप मुख्यंत्री मनीष सिसोदिया को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। उन्हें केटोन लेवल हाई और तबियत बिगड़ने के बाद एलएनजीपी अस्पताल में भर्ती किया गया था।
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