मुंबईः एनआईए ने एंटीलिया के पास से विस्फोटक मिलने के मामले में आरोपी निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) की धाराएं भी लगाई हैं।
मुंबई में 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के निकट एक कार से विस्फोटक बरामद हुए थे। इस मामले में वाझे एनआईए की हिरासत में है। नवी मुंबई के कमोठे क्षेत्र से एक कार बरामद की है। इस कार का उपयोग सचिन वाझे का सहकर्मी एपीआई प्रकाश ओवल कर रहा था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई के गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के नाम पंजीकृत एक महंगी कार मंगलवार को नवी मुंबई से जब्त की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जांच टीम पिछले कई दिनों से एक मित्सुबिशी आउटलैंडर एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) की तलाश कर रही थी।
कार की नंबर प्लेट से प्रदर्शित होता है कि यह एपीआई सचिन वाजे के नाम पंजीकृत है। एनआईए को संदेह है कि एसयूवी को एक पुलिस अधिकारी ले कर आए होंगे, जो वाजे के सहकर्मी हैं। इससे पहले, एनआईए ने कम से कम आठ महंगी कारें जब्त की हैं, जिनका वाजे ने कथित तौर पर इस्तेमाल किया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अब तक की जांच में 7 वाहनों को जब्त किया है। आउटलेंडर को वाशी पुलिस स्टेशन के परिसर से जब्त कर लिया गया है। वाहन संख्या एमएच 01, एएक्स 2627 को कमोठे इलाके में शीतलधारा सोसायटी के परिसर से जब्त किया गया है।
अब तक बरामद की गई 7 कारों में से ये पहली कार है, जो सचिन वाझे के नाम पर रजिस्टर्ड है। ये मित्सुबिशी कंपनी की आउटलेंडर कार है। इसे 2011 में रजिस्टर्ड कराया गया। कोर्ट ने निलंबित मुंबई पुलिस के सिपाही विनायक शिंदे और नरेश धारे को 7 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया। उन्हें मनसुख हिरन की मौत के मामले में गिरफ्तार किया गया था
मनसुख हिरन मौत मामला: महाराष्ट्र एटीएस ने व्यवसायी को एनआईए को सौंपा
महाराष्ट्र आतंक-रोधी दस्ते (एटीएस) ने मनसुख हिरन की हत्या के मामले की जांच के संबंध में मंगलवार को एक व्यवसायी को एनआईए को सौंप दिया। एटीएस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हिरन ठाणे का रहने वाला था और कथित तौर पर उस एसयूवी कार का मालिक था जो उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर 25 फरवरी को पाई गई थी।
इस कार में विस्फोटक सामग्री रखी थी। हिरन का शव पांच मार्च को ठाणे के मुंब्रा क्रीक में पाया गया था। अधिकारी ने बताया कि राज्य एटीएस ने हिरन की हत्या की जांच के सिलसिले में निलंबित पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सटोरिये नरेश गौर को गुजरात से सिम कार्ड खरीदने के संबंध में गिरफ्तार किया था।
उन्होंने कहा कि एटीएस ने कोयले का व्यवसाय करने वाले एक व्यक्ति का बयान भी दर्ज किया था। अधिकारी ने कहा कि एटीएस ने व्यवसायी को मंगलवार को एनआईए के हवाले कर दिया। उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई केंद्रीय एजेंसी करेगी।
औरंगाबाद के निवासी ने एनआईए द्वारा बरामद की गई एक नंबर प्लेट को अपने वाहन का बताया
महाराष्ट्र में औरंगाबाद के एक निवासी ने दावा किया है कि मुंबई की मीठी नदी से एनआईए द्वारा बरामद की गई नंबर प्लेटों में से एक उसके वैन की हैं जो पिछले साल चोरी हो गई थी। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले महीने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक एसयूवी कार पाई गई थी जिसमें विस्फोटक सामग्री रखी थी।
इसके बाद कथित तौर पर उक्त कार के मालिक और व्यवसायी मनसुख हिरन की हत्या हो गई थी। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) इन दोनों मामलों की जांच रहा है। एजेंसी के अधिकारी, निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को रविवार को मीठी नदी पर ले गए थे और गोताखोरों की मदद से दो डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर, दो सीपीयू, एक लैपटॉप, दो हार्ड डिस्क, दो नंबर प्लेट और एक प्रिंटर बरामद किया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जालना के सामाजिक न्याय विभाग में क्लर्क के तौर पर काम करने वाले औरंगाबाद निवासी विजय नाडे को वाहन के नंबर प्लेट के संबंध में पत्रकारों के फोन आने शुरू हो गए थे जिसके बाद वह सोमवार को सिटी चौक पुलिस थाने गए। उन्होंने कहा कि नदी में फेंकी गई एक नंबर प्लेट नाडे के वाहन की थी।
अधिकारी ने कहा कि नाडे का वाहन पिछले साल नवंबर में चोरी हुआ था और उसने सिटी चौक पुलिस थाने में इस बाबत शिकायत भी दर्ज कराई थी। औरंगाबाद सिटी चौक पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक संभाजी पवार ने कहा, “पिछले साल 17 नवंबर को वाहन चोरी की एक प्राथमिकी दर्ज है।
अब तक एनआईए से कोई बातचीत नहीं हुई है लेकिन हम उन्हें इस मामले में सहायता करेंगे।” नाडे ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने वाहन चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी और उनके पास घटना का सीसीटीवी फुटेज है।
(इनपुट एजेंसी)