Amroha Lok Sabha Seat: बहुजन समाजवादी पार्टी(बसपा) द्वारा निकाले गए अमरोहा लोकसभा से सांसद दानिश अली आखिरकार कांग्रेस में शामिल हो गए। दानिश अली अब कांग्रेस की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। बताते चले कि उन्हें बसपा ने पार्टी के खिलाफ गतिविधि में शामिल होने पर एक्शन लिया था। दानिश को दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालाय में शामिल कराया गया। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को यूपी में एक नया मुस्लिम चेहरा मिल गया है। बताते चले कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दानिश अली ने अमरोहा लोकसभा का चुनाव बसपा की टिकट पर लड़ा। दानिश अली ने यह चुनाव भारी मतों से जीत लिया।
कौन है दानिश अली
दानिश अली उत्तर प्रदेश के हापुड़ के रहने वाले हैं। उनके दादा 1977 में हापुड़ लोकसभा सीट से सांसद रहे। दानिश ने दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से पढ़ाई की। दानिश ने अपना राजनीतिक करियर जनता दल (सेक्यूलर) के साथ शुरू किया। बीते साल संसद में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने उन पर अमर्यादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। तब से ही दानिश अली की नजदीकी कांग्रेस से बढ़ती गई। वहीं, बसपा से निकाले जाने के बाद दानिश के पास कांग्रेस में शामिल होने का एकमात्र रास्ता बचा था।
पूर्व सांसद और जम्मू-कश्मीर सरकार के पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस के जम्मू्-कश्मीर प्रभारी भरत सिंह सोलंकी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वकार रसूल वाणी ने उनका पार्टी में स्वागत किया। सोलंकी ने कहा, देश की राजनीति करवट ले रही है। चौधरी लाल सिंह के आने से जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस मजबूत होगी।
लाल सिंह ने कहा कि वह डरने वाले नहीं है और लड़ते रहेंगे। उनका कहना था मैं जिधर खड़ा होता हूं, उस पक्ष की सरकार बनती है। चौधरी लाल सिंह पहली बार 1996 में ‘तिवारी कांग्रेस’ के टिकट पर विधायक बने थे। वर्ष 2002 में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने। माना जा रहा है कि वह कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। इसके बाद साल 2004 और 2009 में कठुआ-उधमपुर की सीट से जीत कर लाल सिंह लोकसभा पहुंचे। साल 2014 में कांग्रेस से टिकट न मिलने के चलते उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ लिया और फिर भाजपा में शामिल हो गए।