कुछ लोग यह मानते हैं कि धमनियों का ब्लॉक होना केवल बुजुर्ग लोगों की समस्या है। लेकिन कई मामलों में 20 साल तक की उम्र के लोगों को भी धमनियां ब्लॉक होने की समस्या हो सकती है। इसे लेकर परेशानी की बात यह है कि प्रभावित लोग समझ नहीं पाते हैं कि उन्हें क्या हुआ है और जब समझ आता है तब तक बहुत देर हो चुकी है। एक्सपर्ट और डॉक्टर मानते हैं कि सीटिंग जॉब और फिजिकल एक्टिविटी नहीं करने वाले युवाओं को भी यह समस्या तेजी से चपेट में ले रही है। धमनियां ब्लॉक होने से आपको हाई बीपी, थकान, पैरों में सूजन, वजन बढ़ना, हार रेट बढ़ना आदि की समस्या हो सकती है। दिल्ली के मशहूर जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी आपको धमनियां ब्लॉक होने के कुछ संकेतों की जानकारी दे रहे हैं।
1) थाइज और हिप्स में दर्दचलते समय पैरों में दर्द होना ब्लॉक धमनियों का संकेत हो सकता है। इसका मतलब है कि आपके अंगों को पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं मिल रहा है। इसके लक्षणों में मांसपेशियों में दर्द या पैरों में ऐंठन, शामिल हो सकते हैं।
2) चेस्ट पेन सीने में दर्द हृदय में कम रक्त प्रवाह का परिणाम है। इसे जकड़न, सुन्नता, भारीपन, दबाव या जलन के रूप में महसूस किया जा सकता है। आराम करते समय लोग आमतौर पर इस लक्षण का अनुभव नहीं करते हैं क्योंकि यह शारीरिक या भावनात्मक परिश्रम से शुरू होता है। कुछ मामलों में स्थिति ज्यादा खराब होने से व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ सकता है।
3) कभी-कभी धुंधला दिखनाकैरोटिड धमनियां आपकी आंखों और मस्तिष्क को आपूर्ति करती हैं। यदि ये धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं, तो परिणाम अस्थायी दृष्टि हानि या धुंधला दिखना आदि की समस्या हो सकती है।
4) पीठ के निचले हिस्से में दर्दपीठ के निचले हिस्से में दर्द एक गंभीर संकेत है जिसे आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जब पीठ के निचले हिस्से में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है, तो कशेरुक के बीच की डिस्क नाजुक हो जाती है। यह आमतौर पर ब्लॉक धमनियों वाले लोगों में पहला लक्षण है।
5) थकान और चक्कर आनाहार्वर्ड हेल्थ पब्लिशिंग के अनुसार, कोरोनरी धमनी रोग के संकेत के रूप में थकान कम आम है। ये लक्षण खराब रक्त प्रवाह से ऑक्सीजन के कम स्तर के परिणामस्वरूप विकसित हो सकते हैं। ये लक्षण महिलाओं में अधिक आम हैं।