भारत के उच्च शिक्षा संस्थानों QS रैंकिंग के अनुसार मुंबई और मद्रास के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी और बैंगलोर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, आईआईएससी नें टॉप तीन में अपनी जगह बना ली है। भारत में हायर एजुकेशन के लिए जानी जाने वाले ये इंस्टीट्यूट ने स्टैंडअलोन QS रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है।
खास बात ये है कि साल की शुरूआत में QS वर्ल्ड यूनीवर्सिटी को ओर से जारी की गई एक लिस्ट में आईआईएससी को टॉप में जगह मिली थी और डोमेस्टिक लीग में आईआईटी बॉम्बे को नंबर वन रैंक किया गया था। आईआईएस सी को दूसरे और आईआईटी मद्रास को तीसरे नंबर पर जगह मिली। जारी की गई इस सूची में देश के 75 टॉप इंस्टीट्यूट के नाम हैं।
मुंबई और मद्रास में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और बेंगलुरू में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) की पहली स्टैंडअलोन QS रैंकिंग में शीर्ष तीन के रूप में उभरा है। घरेलू और इंटरनेशनल लिस्ट में भारतीय संस्थानों के प्रदर्शन में भिन्नता की व्याख्या करते हुए, ब्रिटिश कंपनी QS की संचार निदेशक सिमोना बिज़ोजेरो ने लंदन से इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि दोनों के लिए ही रैंकिंग के मापदंड अलग थे।
उन्होंने बताया कि "इंडियन यूनिवर्सिटी रैंकिंग के लिए उपयोग किए जाने वाले मापदंड वही हैं जैसा QS ब्रिक्स रैंकिंग के लिए उपयोग किया जाता हैं। इंडिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग, QS द्वारा की गई दूसरी सबसे बड़ी देश की विशिष्ट रैंकिंग है। बिज़ोएज़रो के अनुसार, भारत और जापान उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन दोनों ही जगह विदेशी स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा है।
इंडिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग, इंटरनेशनल लेवल पर भारतीय यूनीवर्सिटी की प्रणाली को देखती है। सिमोना ने कहा कि इस तालिका में रैंक किए गए संस्थान अतीत में हमारी ब्रिक्स रैंकिंग में शामिल हैं।
आईआईटी-दिल्ली, आईआईटी-खड़गपुर, आईआईटी-कानपुर, हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी, दिल्ली विश्वविद्यालय, आईआईटी-रुड़की और आईआईटी-गुवाहाटी शीर्ष 10 संस्थानों में शामिल हैं।