5 साल के भीतर IIT कैंपस में हुई 50 छात्रों की मौत, आईआईटी गुवाहाटी में सबसे अधिक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 5, 2019 10:59 AM2019-12-05T10:59:11+5:302019-12-05T11:00:03+5:30
संसद में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने संसद एनके प्रेमचंद्रन के सवाल के जवाब में यह बात कही।
देश के कई आईआईटी संस्थानों के कैंपस में पिछले 5 सालों में करीब 50 छात्रों की मौत हो गई। बाताया जा रहा है कि ज्यादातर छात्रों ने आत्महताएं की। इसके अलावा कई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का केस दर्ज किया गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ईआईटी मद्रास और आईआईटी बॉम्बे समेत अन्य संस्थानों में छात्रों की मौते हुईं। इसमें सबसे ज्यादा 14 छात्र आईआईटी गुवाहाटी में मौतें हुई हैं। जबकि आईआईटी मद्रास और आईआईटी बॉम्बे में 7-7 छात्रों की कैंपस में मौत हुई।
वहीं, रिपोर्ट के मुताबिक आईआईटी खड़गपुर में 5, आईआईटी हैदराबाद में 5 और आईआईटी दिल्ली में 4 मौतें हुई हैं। बता दें कि संसद में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने संसद एनके प्रेमचंद्रन के सवाल के जवाब में यह बात कही।
बताते चलें कि 'द रिवॉलूशनरी सोशलिस्ट पार्टी' के सांसद ने आईआईटी मद्रास की छात्रा फातिमा लतीफ की आत्महत्या से जु़ड़ा एक सवाल पूछा था, जिसके जवाब में मानव संसाधन विकास मंत्री ने यह बात कही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्हें कई सांसदों से इस संबंध में ज्ञापन मिला है कि फातिमा की सूइसाइड से जुड़े मामले की जांच कराई जानी चाहिए।