Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के पनकी इलाके में रूमा-भौंती फ्लाईओवर पर सोमवार सुबह तेज गति से जा रहे दो ट्रक के बीच एक कार के फंस जाने से उसमें सवार एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज के चार छात्रों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ, जब छात्र अपने कॉलेज जा रहे थे। उन्होंने कहा कि हादसा इतना भीषण था कि क्षतिग्रस्त कार को काटकर शवों को बाहर निकाला गया। सिंह के अनुसार, मृतक छात्रों की पहचान 17 वर्षीय आयुषी पटेल (कंप्यूटर साइंस की प्रथम वर्ष की छात्रा), 19 वर्षीय गरिमा त्रिपाठी (कंप्यूटर साइंस की द्वितीय वर्ष की छात्रा), 20 वर्षीय सतीश कुमार (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग का तृतीय वर्ष का छात्र) और 20 वर्षीय प्रतीक सिंह (इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग का चतुर्थ वर्ष का छात्र) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, मृतकों में से एक फतेहपुर जिले की रहने वाली थी, जबकि बाकी सनिगवां, चकेरी के निवासी थे।
उसने बताया कि हादसे में जान गंवाने वाले चालक की पहचान विजय साहू (52) के रूप में हुई है, जो सनिगवां, चकेरी का रहने वाला था। उसे छात्र-छात्राओं को कॉलेज ले जाने और ले आने के लिए रखा गया था। सिंह ने कहा, “चारों छात्र एक कार में सवार होकर पीएसआईटी (प्रणवीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) जा रहे थे। पनकी के पास उनकी कार दो ट्रक के बीच फंस गई।
इस भीषण दुर्घटना में चारों छात्र और कार चालक की मौत हो गई।” सिंह के अनुसार, हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा और क्षतिग्रस्त कार को काटकर शवों को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद दोनों ट्रक के चालक अपने-अपने वाहन छोड़कर फरार हो गए। सिंह ने कहा कि दोनों ट्रक को जब्त कर फरार चालकों की तलाश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में हुए इस दर्दनाक सड़क हादसे का संज्ञान लिया है और शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
केरल में एक ही परिवार के सभी चार सदस्य मृत पाए गए
एर्नाकुलम जिले में सोमवार को दो बच्चों समेत एक परिवार के चार सदस्य अपने घर पर मृत पाए गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। यह घटना चोट्टानिकारा इलाके में हुई। स्थानीय लोगों ने दंपति और उनके बच्चों के शव उनके घर पर पाए। पति-पत्नी दोनों शिक्षक थे। वार्ड सदस्य ने इस संबंध में पुलिस को सूचना दी। घर पर 12 वर्षीय बेटे और नौ वर्षीय बेटी के शव बिस्तर पर पाए गए।
जबकि उनके माता-पिता के शव फंदे पर लटके हुए मिले। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या की गई है। उन्होंने कहा कि बच्चों की मौत की वास्तविक परिस्थितियों और कारण का पता लगाने के लिए गहन जांच जरूरी है। पुलिस ने बताया कि यह घटना तब प्रकाश में आई जब दंपति सोमवार सुबह अपने स्कूल नहीं पहुंचे। लोगों को इसकी सूचना दी।