लखनऊ, 11 अप्रैल: उत्तर प्रदेश उन्नाव जिले की बांगरमऊ सीट से बीजेपी विधायक और रेप मामले में आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की पहली रिपोर्ट सामने आ गई है।
जांच के लिए एसआईटी की टीम सबसे पहले पीड़िता को लेकर उनके गांव माखी पहुंची। इसके बाद एसआईटी टीम ने मामले से जुड़े हर एक पहलू की जांच की। यही नहीं, एसआईटी की पहली रिपोर्ट तैयार हो चुकी है।
एसआईटी जांच में यह हुआ खुलासा
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एसआईटी रिपोर्ट में पीड़िता के पिता से मारपीट के मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सिंह सेंगर को आरोपी बताया गया है।
- रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि दोनों परिवारों के बीच लंबे समय से रंजिश के चलते आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता आ रहा है।
- रिपोर्ट में पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में पुलिस द्वारा लापरवाही की बात स्वीकार की गई है।
- सूत्रों के मुताबिक एसआईटी की रिपोर्ट के बाद कुलदीप सिंह सेंगर पर आपराधिक मुकदमा जल्द दर्ज हो सकता है। जिसके बाद उनको हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी। बता दें कि आरोपी विधायक को गृह विभाग की ओर से क्लीन चिट दे दी गई थी।
- रिपोर्ट में एसआईटी ने बीजेपी विधायक और रेप मामले में आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।
डीआईजी प्रवीण कुमार के मुताबिक, पीड़ितों के साथ-साथ मामले में आरोपी पक्ष से भी बातचीत की गई। रिपोर्ट तैयार करने के लिए जांच के लिए पहुंची टीम ने स्थानीय अधिकारियों से भी जानकारी जुटाई है। पीड़िता के पिता की हत्या के आरोप में विधायक कुलदीप सेंगर के भाई अतुल सेंगर को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में चार लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।