लखनऊ: जरा सोचिए, यदि जनता की सुरक्षा का दावा करने वाले पुलिसकर्मी ही लूटेरा बनकर आतंक मचाने लगें, तो फिर लोग अपनी फरियाद लेकर किसके पास जाएंगे? यह सुनने में भले ही आपको आश्चर्यजनक लग रहा हो, लेकिन यह हकीकत है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दिन-दहाड़े लूट की घटना को अंजाम देने के आरोप में इस बार यूपी पुलिस के ही तीन जवानों को गिरफ्तार किया गया है।
एनडीटीवी के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ सरकार के अधिकारियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डकैती के मामले में गुरुवार को तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया और नौ को निलंबित कर दिया गया है। गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जोगेन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने 19 लाख रुपये नकद और लगभग 12 लाख रुपये का सोना व लगभग 4 लाख रुपये का चांदी बरामद की है।
3 पुलिसकर्मी समेत 6 को गिरफ्तार किया गया है-
पुलिस ने कहा कि गोरखपुर के पाडले गंज इलाके से तीन पुलिसकर्मियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन सभी आरोपियों ने एक ज्वैलर व उसके कर्मचारी को लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में खुलासा हुआ है कि पहले भी इनके गैंग ने ड्यूटी से गैर हाजिर रहते हुए बस्ती जिले से गोरखपुर आकर लूट की घटना को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस के आलाधिकारी इनके खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए की कार्रवाई के साथ बर्खास्तगी के लिए भी डीजीपी कार्यालय को पत्र लिख रहे हैं।
बस्ती जिले के इन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया-
गोरखपुर के पुलिस लाइन्स व्हाइट हाउस सभागार में घटना का खुलासा डीआईजी/एसएसपी जोगिन्दर कुमार ने किया। उन्होंने बस्ती जिले के पुरानी बस्ती थाने में तैनात और गोरखपुर के थाना सिकरीगंज के जगरनाथपुर के रहने वाले गैंग सरगना उप निरीक्षक धर्मेन्द्र यादव, पुरानी बस्ती थाने में तैनात मऊ जिले के थाना सराय लखनसी के रैकवार डीह गांव के रहने वाले सिपाही महेन्द्र यादव, गाजीपुर जिले के जंगीपुर थानाक्षेत्र के अलवरपुर के रहने वाले सिपाही संतोष यादव को गिरफ्तार किया गया।