Pune rape case updates: महाराष्ट्र के पुणे में मंगलवार को स्वारगेट बस अड्डे पर राज्य परिवहन की बस के अंदर 26 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया गया। आरोपी 37 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर दत्तात्रेय रामदास गाडे को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोपी एक हिस्ट्रीशीटर है जो 2019 से जमानत पर बाहर है। स्वारगेट पुलिस स्टेशन के अधिकारी के अनुसार, गाडे के खिलाफ चोरी और चेन स्नैचिंग के मामले थे। पुणे शहर में स्वारगेट महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के सबसे बड़े बस डिपो में से एक है। पीड़िता के अनुसार, जब वह मंगलवार सुबह करीब पांच बजकर 45 मिनट पर एक प्लेटफॉर्म पर सतारा जिले के फलटण के लिए बस का इंतजार कर रही थी, तभी एक व्यक्ति उसके पास आया और उसे ‘दीदी’ कहकर संबोधित किया।
पीड़िता ने बताया कि व्यक्ति ने उसे बातचीत में उलझा लिया और कहा कि सतारा के लिए बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर आ गई है। वह उसे स्टेशन परिसर में ही खड़ी खाली ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया। बस के अंदर लाइट नहीं जली थीं, इसलिए महिला पहले तो बस में चढ़ने से हिचकिचाई, लेकिन व्यक्ति ने उसे यकीन दिलाया कि यही सही वाहन है।
मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाली महिला ने पुलिस को बताया कि इसके बाद वह उसके पीछे पीछे बस के अंदर गया और उससे बलात्कार कर वहां से भाग गया। पुणे के मध्य में हुई इस चौंकाने वाली घटना से हंगामा मच गया और विपक्ष ने महिला सुरक्षा को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से दत्तात्रेय रामदास गाडे की पहचान की। महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने स्वारगेट बस स्टेशन के सभी 23 सुरक्षा गार्डों को बदल दिया है। एमएसआरटीसी के प्रबंध निदेशक विवेक भीमनवार को इस मामले में विभागीय जांच करने का निर्देश दिया है और उन्हें सात दिनों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया है और महाराष्ट्र के अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। अपराध में 2019 से जमानत पर बाहर है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार ने कहा कि यह घटना "बेहद शर्मनाक, दर्दनाक और क्रोधित करने वाली" है और उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त को आरोपियों की "तत्काल गिरफ्तारी" सुनिश्चित करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने भी मामले को गंभीरता से लिया है और पुलिस को सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है ताकि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जा सके।
एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा
पुणे पुलिस ने यहां स्वारगेट बस अड्डा पर राज्य परिवहन की एक बस के अंदर 26 वर्षीय महिला से बलात्कार करने के आरोपी कुख्यात बदमाश की गिरफ्तारी में मदद के लिए सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी दत्तात्रेय रामदास गाडे (37) की तलाश में पुलिस की 13 टीम जुटी हुई है।
वह मंगलवार की सुबह हुई घटना के बाद से फरार है। पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि उसके बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि गाडे के बारे में सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। गाडे के खिलाफ पुणे और पास के अहिल्यानगर जिले में चोरी, डकैती और चेन झपटमारी के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं।
राउत ने पुणे के स्वारगेट दुष्कर्म मामले की तुलना निर्भया कांड से की
शिवसेना नेता संजय राउत ने बृहस्पतिवार को पुणे में बस अड्डे में खड़ी राज्य परिवहन की बस के अंदर एक महिला के साथ दुष्कर्म की तुलना 2012 में दिल्ली में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना से की और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर जिला संरक्षक मंत्री अजित पवार पर निशाना साधा। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध में भारी वृद्धि हुई है।
वहीं, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि आरोपी अब भी फरार है और उसे बख्शा नहीं जाएगा। संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि अगर राज्य में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी की सरकार होती तो भारतीय जनता पार्टी (भाजा) की महिला नेता अब तक राज्य मुख्यालय मंत्रालय के बाहर हंगामा कर रही होतीं।
राउत ने महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता की भाजपा नीत सरकार की लाडकी बहिन योजना का जिक्र करते हुए पूछा, “हर महीने 1,500 रुपये देकर क्या आपने महिलाओं का आत्मसम्मान खरीद लिया है?” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जवाब मांगना चाहिए जो पुणे के संरक्षक मंत्री भी हैं।
शिवसेना (उबाठा) नेता ने कहा, “यह दिल्ली के निर्भया कांड जैसा है। सौभाग्य से, महिला बच गई (इस मामले में)।” दिल्ली में 2012 में फिजियोथैरेपी की 23 वर्षीय छात्रा, जिसे बाद में ‘निर्भया’ कहा जाने लगा, के साथ दिल्ली में एक बस में सामूहिक बलात्कार किया गया। बाद में उसने अपने घावों के कारण उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
राउत ने कहा कि पुणे में गैंगस्टरों को कानून का कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि गृह विभाग का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों और राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए किया जा रहा है और “यह राज्य के लिए बहुत बड़ा उपकार होगा यदि गृह विभाग का इस्तेमाल “लाडकी बहनों’ की सुरक्षा के लिए किया जाए।”