नई दिल्ली :आतंकवाद संबंधी मामलों की जांच करने वाली राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश के छह राज्यों में अलग-अलग 13 जगहों पर तलाशी ली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने यह तलाशी अभियान आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित गतिविधियों की जांच के मामले में चलाया। संग्दिग्ध परिसरों की तलाशी के दौरान एनआईए ने आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज बरामद किए हैं। तलाशी अभियान की जानकारी ट्विटर पर देते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि मध्य प्रदेश के भोपाल और रायसेन, गुजरात के भड़ौच, सूरत, नवसारी और अहमदाबाद जिलों, बिहार के अररिया जिले, कर्नाटक के भटकल और तुमकुर जिलों, महाराष्ट्र के नांदेड़ और कोल्हापुर और उत्तर प्रदेश के देवबंद में आईएसआईएस की गतिविधियों से संबंधित मामले में संदिग्धों के परिसरों की तलाशी ली गई है। एनआईए की ये तलाशी आईएसआईएस माड्यूल केस (RC-26/2022/NIA-DLI) के सिलसिले में हुई है।
बता दें कि पिछले कुछ समय से देश भर में सांप्रदायिक आधार पर होने वाली हिंसा की घटनाओं में तेजी आई है। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद देश भर में गला रेत कर जान लेने की कई वारदातें हुई हैं। इन घटनाओं में भी आईएसआईएस का कनेक्शन होने की संभावना जताई गई थी। हाल ही में बिहार के फुलवारी शरीफ से अतहर परवेज और जलालुद्दीन नाम के दो आरोपियों को केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी (IB) के इनपुट्स के आधार गिरफ्तार किया गया था। इन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना यात्रा के दौरान हमले की साजिश रचने का आरोप था। इस मामले में जांच जैसै-जैसे आगे बढ़ी वैसे-वैसे अन्य तथ्य भी सामने आने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय से इस मामले की जांच भी एनआईए को सौंप दी है।
31 जुलाई को ही उत्तर प्रदेश एटीएस ने देवबंद में छापेमारी कर के कर्नाटक के एक छात्र फारूख को हिरासत में लिया है। खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार फारूख व्हाट्सएप्प के माध्यम से आईएसआईएस से जुड़ा हुआ था और भारत के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री शेयर किया करता था।