हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक इस हत्या के मुख्य आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन शाहजहांपुर में छिपे हुए हैं। इनका सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है। सूरत के रहने वाले इन दोनों आरोपियों के बारे में पुलिस ने लखनऊ के लालबाग स्थित होटल खालसा इन जानकारियां जुटाईं थी। ये दोनों वही आरोपी हैं, जो कमलेश तिवारी के हत्या वाले दिन भी सीसीटीवी में कैद हुए थे। 18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी।
बताया जा रहा है कि पुलिस को एक होटल के सीसीटीवी से दोनों आरोपियों का फुटेज मिला है। ये आरोपी शाहजहांपुर में रुके थे, लेकिन एसटीएफ के पहुंचने की भनक मिलते ही अंडरग्राउंड हो गए। एसटीएफ ने आरोपियों की कार के ड्राइवर को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये दोनों आरोपी गाड़ी किराए पर लेकर आए थे। इन लोगों ने शाहजहांपुर रोडवेज बस अड्डे पर गाड़ी को छोड़ा और वहां से पैदल टहलते हुए रेलवे स्टेशन गए। माना जा रहा है कि वे शाहजहांपुर में ही कहीं पर छिपे हुए हैं।
कमलेश तिवारी हत्याकांड में गुजरात निवासी तीन लोगों समेत पांच हिरासत में
लखनऊ में हिन्दु समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में गुजरात के सूरत जिले के निवासी तीन लोगों समेत कुल पांच लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि शुक्रवार को हुई इस हत्या के सिलसिले में बिजनौर निवासी आरोपियों मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक के साथ—साथ गुजरात में सूरत निवासियों फैजान यूनुस, मोहसिन शेख और राशिद अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
कमलेश तिवारी की कैसे की गई हत्या
18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की गला रेतकर और गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खुर्शीद बाग स्थित ऑफिस में दो लोग कमलेश तिवारी से मिलने आए थे। इन दोनों के हाथ में मिठाई का डिब्बा था। जिसमें हथियार थे। दोनों ने कमलेश तिवारी से मुलाकात की। बातचीत के दौरान दोनों बदमाशों ने कमलेश के साथ चाय भी पी। इसके बाद उनका गला रेता गया और फिर गोली मारकर बदमाश फरार हो गए। जिसके बाद आनन-फानन में कमलेश तिवारी को अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।