दिल्ली में कोरोनो वायरस महामारी के दौरान कम सैलरी देने पर मालिक की हत्या के मामले में पुलिस ने एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। कोरोना के कारण डेयरी चलाने वाले प्रकाश की आमदनी कम होने के कारण कर्मचारियों की सैलरी आधी कर दी थी। इस बात से नाराज कर्मचारी ने मालिक की हत्या कर दी और शव को कुंए में फेक दिया। पुलिस के पास रिपोर्ट लिखवाई गई थी कि 10 अगस्त से ओम प्रकाश गायब है।
एनडीटीवी के रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने जब पूछताछ की तो पता चला कि आखिरी बार ओम प्रकाश को अपने कर्मचारी के साथ देखा गया था। पुलिस ने कुछ दिन बाद ओमप्रकाश का शव डेरी के पास एक कुंए में बरामद किया। पोस्टर्माटम की रिपोर्ट से पता चला है कि ओमप्रकाश की गला काटकर हत्या की गई थी। इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर डेरी के कर्मचारी तसलीम की तलाश शुरू कर दी जो उसके डेरी में काम करता था। तसलीम यूपी के शामली का रहने वाला है।
काफी जांच पड़ताल के बाद 23 अगस्त को बाबा हरिदास नगर इलाके तसलीम पकड़ा गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वो इसी साल जून के महीने में ओमप्रकाश के यहां नौकरीं पर आया था। उसने बताया कि ओमप्रकाश ने 15 हजार की सैलरी देने के लिए कहा था। लेकिन उसे कम पैसे दे रहा है। पुलिस के मुताबिक ओमप्रकाश की आमदनी कम हो गयी और ओमप्रकाश ने तस्लीम से कहा कि वो उसे कम सैलरी दे पाएगा। इसके बाद 10 अगस्त की रात ओमप्रकाश और तस्लीम का झगड़ा हुआ और मारपीट हुई ।
पुलिस के मुताबिक उसी रात तस्लीम ने एक डंडे से ओमप्रकाश के सिर पर वार किया और फिर चाकू से उसका गला काट दिया। उसके बाद शव को कुंए में डाल दिया। अगले दिन सुबह तसलीम ओमप्रकाश के घरवालों को यही कहता रहा की वो किसी से मिलने गए हैं। लेकिन शाम को जब उसे लगा कि वो पकड़ा जा सकता है तो वो ओमप्रकाश की बाइक और मोबाइल लेकर भाग गया।