पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में आरोपी अमोल काले के पुणे स्थित आवास में पुलिस ने छापा मारा। वहां से एक डायरी बरामद की गई। इस डायरी में कोड भाषा में प्रविष्टियां दर्ज हैं जिसके आधार पर जांच अधिकारी दावा कर रहे हैं कि वो 2013 के नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड को सुलझाने के बेहद करीब हैं।
अमोल काले हिंदू जनजागृति समिति का पूर्व संयोजक रहा है। इसी कड़ी में जांच एजेंसियों ने अति हिंदूवादी समूहों से जुड़े कुछ लोगों का पता लगाया है जो कथित रूप से महाराष्ट्र में बम विस्फोट की योजना बना रहे थे।
गौरी लंकेश, नरेंद्र दाभोलकर, गोविंद पानसरे और कलबुर्गी की हत्या भले ही अलग समय और स्थान पर हुई हो लेकिन इन चारों हत्याओँ का प्लॉट एक जैसा है। 10 अगस्त को महाराष्ट्र एटीएस ने कथित आतंकी माड्यूल के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी की घोषणा की- वैभाव राउत, सुधान्व गोंधालेकर और शरद कलास्कर।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार पूछताछ में कलास्कर ने स्वीकार कर लिया कि उसने और सचिन प्रकाशराव ने मिलकर दाभोलकर की गोली मारकर हत्या की थी। इसके बाद इस केस की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सचिन प्रकाशराव को भी गिरफ्तार कर लिया।
इन हत्याओं से जुड़े मामले में हाल ही में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनका संबंध अतिवादी हिंदूवादी समूहों से जुड़ा हुआ है और वो कथित आतंकी माड्यूल के सदस्य हैंः-
अविनाश पवारः श्री शिवप्रतिष्ठानम हिंदुस्तान समूह का सदस्य। गोंधालेकर का सहयोगी।
सुधान्व गोंधालेकरः श्री शिवप्रतिस्थानम हिंदुस्तान का कथित सदस्य और काले के साथ हत्या का संदिग्ध। हिंदू जनजागृति समिति के कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेता था। गौरी लंकेश हत्याकांड में कर्नाटक एसआईटी पूछताछ कर रही है।
वैभव रावतः हिंदू गोवंश रक्षा समिति का संयोजक। यह समिति कथित तौर पर हिंदू जनजागृति समिति के आयोजनों के लिए समर्थन जुटाती है।
सचिन अंधुरेः हिंदू जनजागृति समिति का फॉलोवर और दाभोलकर हत्याकांड का आरोपी। आरोप है उसने काले और तावड़े के कहने पर दाभोलकर की हत्या की। पनसारे की हत्या में उसकी भूमिका की जांच की जा रही है।
शरद कलास्करः हिंदू जनजागृति समिति का अनुयायी और दाभोलकर हत्याकांड का आरोपी।
श्रीकांत पंगारकरः हिंदू जनजागृति समिति का अनुयायी और कथित आतंकी माड्यूल को आर्थिक मदद करने वाला। आरोप है कि महाराष्ट्र में विस्फोट करने के लिए ट्रेनिंग ली और जगहों की रेकी भी की।
दाभोलकर की बेटी मुक्ता दाभोलकर का कहना है कि उनके पिता की हत्या के बाद उसी तरीके से तीन और लोगों की जान ली गई। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टिगेशन एजेंसियां कहती हैं कि तीनों के बीच में कॉमन लिंक है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कोई बड़ी साजिश है और उन्हें वैचारिक मतभेद की वजह से मारा गया।
दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में मॉर्निंग वॉक के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तथ्यों से पता चला कि उनके हत्याकांड में दो शूटर शामिल थे। बॉम्बे हाई कोर्ट ने 2 अगस्त को हुई मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि जांच अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जबकि देश दुखद स्थिति से गुजर रहा है, जहां कोई भी किसी से बात नहीं कर सकता या फ्री नहीं घूम सकता।
16 फरवरी 2015 को पनसारे और उनकी पत्नी उमा पर कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोली चलाई थी। कोल्हापुर स्थित उनके घर के पास ही यह वारदात हुई। घटना के 4 दिन बाद अस्पताल में पनसारे ने दम तोड़ दिया। पनसारे सीपीआई के वरिष्ठ नेता थे।
जानेमाने कन्नड़ विद्वान और शोधकर्ता एमएम कलबुर्गी के स्थानीय आवास पर अगस्त 2015 को दो अज्ञात लोगों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। कलबुर्गी मूर्ति पूजा सहित विभिन्न मुद्दों पर अपने बेबाक बयानों से अक्सर विवाद पैदा कर देते थे।
वामपंथ के प्रति झुकाव और हिन्दुत्व विरोधी रुख के लिए प्रसिद्ध लंकेश (55) की पिछले साल पांच सितंबर को यहां उनके आवास के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।