Bareilly: बरेली में पिछले महीने हुए बवाल के मामले में गिरफ्तार किये गये इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के पांच सहयोगियों को ई-चार्जिंग स्टेशन पर बिजली चोरी के आरोप में 1.25 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली का नोटिस दिया गया है। एक संयुक्त टीम ने पिछले सप्ताह बान खाना इलाके में छापेमारी की और पांच ई-चार्जिंग केंद्रों पर बिजली चोरी पकड़ी। पांचों चार्जिंग केंद्रों के मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और 1.25 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली का नोटिस जारी किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि यह इलाके में इस तरह की पहली घटना नहीं है। लगभग एक साल पहले भी इसी तरह की छापेमारी में इन्हीं आरोपियों की चार चार्जिंग इकाइयों में बिजली चोरी पकड़ी गई थी। मुख्य अभियंता (प्रथम जोन) ज्ञान प्रकाश ने सोमवार को बताया कि बिजली चोरी का जुर्माना न अदा वाले बकायेदारों के खिलाफ वसूली प्रमाणपत्र (आरसी) जारी किये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘पहले चरण में 10 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना बकाया रखने वालों के खिलाफ आरसी जारी की गई है। इस सूची में बान खाना इलाके के पांच लोग शामिल हैं।’’ प्रकाश ने बताया कि वसीम खान पर 15.39 लाख रुपये, मोनिश खान पर 22.29 लाख रुपये, बरकान रजा खान पर 37.32 लाख रुपये, अमन रजा खान पर 26.92 लाख रुपये और गुलाम नबी पर 26.57 लाख रुपये बकाया है।
ये सभी तौकीर रजा खां के करीबी बताए जाते हैं। पिछले महीने 26 सितंबर को बरेली में ‘आई लव मुहम्मद’ पोस्टरों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस मामले में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान मुख्य अभियुक्त हैं। अधिकारियों ने बताया कि जनवरी 2024 में बान खाना में रजा चौक नाले के पास छापेमारी में अवैध ई-चार्जिंग केंद्रों पर बिजली चोरी पकड़ी गई थी।
उस समय भी इन पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया था और उन पर जुर्माना लगाया गया था। मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश ने उसके बाद भी यह चार्जिंग स्टेशन चोरी की बिजली से चलाये जाने को गंभीर मामला बताते हुए कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की संभावित संलिप्तता की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी अधिकारी की संलिप्तता पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’ बरेली के अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संतोष कुमार सिंह ने कहा, ‘‘आरसी की प्रतियां प्राप्त होते ही वसूली सुनिश्चित की जाएगी।’’
बरेली पुलिस ने पिछले महीने 'आई लव मोहम्मद' अभियान को लेकर हुए बवाल के मुख्य अभियुक्त, इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के नेता तौकीर रजा खां के सात फरार साथियों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने सोमवार को बताया कि 26 सितंबर को हुई हिंसा के बाद दर्ज की गई रिपोर्ट में सभी सात आरोपियों के नाम हैं।
इनमें आईएमसी के नेता साजिद सकलानी, अल्तमस राजा, अफजल बेग, नायाब, बबलू खान, नदीम और अदनान सकलानी शामिल हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार साजिद और अल्तमस बारादरी थाने में दर्ज मामलों में वांछित हैं जबकि अफजल बेग किला और बारादरी थानों में दर्ज मामलों में वांछित है। नायाब और बबलू खान बारादरी थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं जबकि नदीम पर सामूहिक बलात्कार का भी आरोप है।
अदनान सकलानी ने कथित तौर पर युवकों को हिंसा में शामिल होने के लिए उकसाया था। एसएसपी आर्य ने कहा कि फरार लोगों की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने कहा, "हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। जल्द ही गिरफ्तारियाँ की जाएंगी।"
बरेली में पिछले महीने 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' अभियान को लेकर हिंसा भड़क उठी थी। प्रदर्शन के दौरान खलील तिराहे पर पुलिस द्वारा भीड़ को रोकने की कोशिश के दौरान झड़पें हुई थीं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिसकर्मियों को लाठीचार्ज करना पड़ा।
पुलिस जांच में पता चला कि आईएमसी के कुछ नेताओं ने विरोध प्रदर्शनों की आड़ में दंगे भड़काने की कथित तौर पर साजिश रची थी। पुलिस ने अब तक आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां समेत 80 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना के सिलसिले में कोतवाली, कैंट, बारादरी, प्रेमनगर और किला थानों में 10 मुकदमे दर्ज किये गये हैं।