Bangladeshi infiltration: महाराष्ट्र के पालघर जिले में कथित तौर पर गैर कानूनी तरीके से रह रहे पांच बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मंलगवार को यह जानकारी दी। पुलिस निरीक्षक सुरभि पवार ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस के मानव तस्करी रोधी प्रकोष्ठ (एएचटीसी) ने नाला सोपारा इलाके की झुग्गी बस्ती में 22 सितंबर को छापेमारी की कार्रवाई की और पांच पुरुषों को पकड़ लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी अरशद रहमतुल्लाह गाजी (52), अली मोहम्मद दीनमोहम्मद मंडल (56), मिराज साहेब मंडल (19), सज्जाद कादिर मंडल (45) और साहेब पंचानन सरदार (45) के पास कथित तौर पर भारत में रहने के लिए वैध दस्तावेज नहीं थे।
अधिकारी ने बताया कि आरोपी करीब 10 साल पहले नदी के रास्ते भारत में दाखिल हुए थे और दिहाड़ी मजदूर के तौर पर काम कर रहे थे। अधिकारी के मुताबिक सोमवार को पुलिस ने विदेशी अधिनियम-1946 और पासपोर्ट (भारत में प्रवेश) अधिनियम-1950 की सुंसगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
असम : सुरक्षाबलों ने तीन बांग्लादेशियों की भारत में घुसपैठ की कोशिश नाकाम की
सुरक्षाबलों ने तीन बांग्लादेशियों की असम के रास्ते भारत में घुसपैठ करने की कोशिश नाकाम कर दी है। राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को यह जानकारी दी। शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और असम पुलिस ने सतर्कता का परिचय देते हुए सोमवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो महिलाओं सहित तीन ‘अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों’ को भारत में दाखिल होने से रोक दिया। उन्होंने बताया कि तीनों बांग्लादेशियों की पहचान अनवर हुसैन, नशरीन शेख और बबली शेख के तौर पर की गई है।
शर्मा ने हालांकि यह नहीं बताया कि घुसपैठ की इस कोशिश को किस स्थान पर या किस सेक्टर में नाकाम किया गया। असम के करीमगंज, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले बांग्लादेश के साथ 267.5 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं। करीमगंज के सुतारकांडी में एक एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) है।
पूर्वोत्तर में कुल तीन आईसीपी हैं जिनमें से अन्य दो मेघालय के डावकी और त्रिपुरा के अखौरा में स्थित है। असम के पुलिस महानिदेशक जी पी सिंह ने इससे पहले कहा था कि राज्य पुलिस और बीएसएफ कानून के तहत बांग्लादेश से किसी भी गैर भारतीय के प्रवेश को रोकने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, लेकिन भारतीय पासपोर्ट धारकों को संकट ग्रस्त बांग्लादेश से राज्य के प्रवेश मार्ग के जरिये स्वदेश आने की अनुमति दी जाएगी।