नई दिल्लीः सेंसेक्स की शीर्ष 10 में सात कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 1,15,898.82 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।
सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज रही। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 677.17 अंक या 1.31 प्रतिशत के लाभ में रहा। समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक के बाजार मूल्यांकन में इजाफा हुआ।
इन्फोसिस और आईसीआईसीआई बैंक के बाजार पूंजीकरण में गिरावट
वहीं दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), इन्फोसिस और आईसीआईसीआई बैंक के बाजार पूंजीकरण में गिरावट आई। सप्ताह के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 60,668.47 करोड़ रुपये बढ़कर 13,88,718.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं बजाज फाइनेंस का मूल्यांकन 23,178.02 करोड़ रुपये के उछाल के साथ 3,61,767.29 करोड़ रुपये रहा।
इसी तरह एचडीएफसी की बाजार हैसियत 14,521.98 करोड़ रुपये बढ़कर 4,72,940.60 करोड़ रुपये पर और भारतीय स्टेट बैंक की 10,307.93 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 3,86,971.16 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार मूल्यांकन 4,428.97 करोड़ रुपये बढ़कर 5,50,191.47 करोड़ रुपये रहा।
वहीं कोटक महिंद्रा बैंक का मूल्यांकन 2,002.21 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 3,58,851.88 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सप्ताह के दौरान एचडीएफसी बैंक ने 791.24 करोड़ रुपये जोड़े और उसकी बाजार हैसियत 8,28,341.24 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक का स्थान
इस रुख के उलट इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 8,351.83 करोड़ रुपये घटकर 5,90,252.27 करोड़ रुपये और टीसीएस का 351.41 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 11,62,667.33 करोड़ रुपये रह गया। समीक्षाधीन सप्ताह में आईसीआईसीआई बैंक के बाजार पूंजीकरण में 208.16 करोड़ रुपये की गिरावट आई और यह 4,44,963.18 करोड़ रुपये पर आ गया।
बीते सप्ताह शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और कोटक महिंद्रा बैंक का स्थान रहा।
एफपीआई ने सिर्फ चार सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों में 8,000 करोड़ रुपये डाले
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जून में सिर्फ चार कारोबारी सत्रों में भारतीय शेयर बाजारों में 8,000 करोड़ रुपये डाले हैं। कोविड-19 के नए मामलों में कमी तथा कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों के बाद भारतीय बाजारों के प्रति विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले मई में एफपीआई ने 2,954 करोड़ रुपये और अप्रैल में 9,659 करोड़ रुपये की निकासी की थी। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘आगे चलकर कोरोना वायरस के मोर्चे पर परिदृश्य में सुधार और टीकाकरण अभियान तेज होने से एफपीआई का निवेश और बढ़ने की उम्मीद है।
शेयरों में 1.97 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया
आंकड़ों के अनुसार, एफपीआई ने एक से चार जून के दौरान भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 7,968 करोड़ रुपये का निवेश किया। अप्रैल में निकासी से पहले एफपीआई भारतीय शेयरों में लगातार निवेश कर रहे थे। अक्टूबर, 2020 से मार्च, 2021 के दौरान उन्होंने शेयरों में 1.97 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था।
इसमें से 55,741 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश चालू चाल के पहले तीन माह में हुआ है। ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 संक्रमण में लगातार कमी के बाद अब विदेशी निवेशक भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश को लेकर अधिक आशान्वित नजर आ रहे हैं।’’