Electricity Bill Hike: देश की राजधानी दिल्ली के बाद अब तमिलनाडु में बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है। तमिलनाडु की स्टालिन सरकार ने बिजली के बिलों में 4.83% तक का इजाफा कर दिया है। बढ़ाई गई नई दरों के मुताबिक अब 0 से लेकर 400 यूनिट तक बिजली इस्तेमाल करने पर 4 रुपए 60 पैसे की जगह 4 रुपए 80 पैसे के हिसाब से बिल भरना होगा।
तमिलनाडु में सरकार की आश्वासन और स्कीमों के कारण राज्य की बिजली कंपनी का घाटा इतना बढ़ गया है कि उसे टैरिफ प्लान लाने को मजबूर होना पड़ रहा है। वहीं तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टीएएनजीईडीसीओ) ने बाताया कि राज्य में बढ़ते वित्तीय घाटे से उबरने के लिए अब उसे बिजली टैरिफ बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
तमिलनाडु सरकार की बढ़ी हुई कीमतों के अनुसार 401 यूनिट से 500 यूनिट तक इस्तेमाल करने पर उपभोक्ता को 6 रुपए 15 पैसे से बढ़ाकर 6 रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करना होगा। वहीं, 501 यूनिट से 600 यूनिट तक इस्तेमाल करने पर 8 रुपए 15 पैसे से बढ़ाकर 8 रुपए 55 पैसे का भुगतान करना।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि तमिलनाडु बिजली नियंत्रण आयोग के नियमों के अनुसार, पिछले साल बिजली शुल्क में केवल 2.18 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी, जबकि बिजली शुल्क में 5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की संभावना थी।
राज्य बिजली वितरण कंपनी ने कहा कि तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टीएएनजीईडीसीओ) को कुल वित्तीय घाटा साल 2011-12 में 18.954 करोड़ रुपए का हुआ था, जो पिछले दस सालों में 94,312 करोड़ जा पहुंचा है। इसकी भी जानकारी टीएएनजीईडीसीओ की प्रेस रिलीज में दी गई है।
इसके अलावा तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड पर इस बात का दबाव बढ़ रहा है कि वित्तीय संस्थानों और बैंक से कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यह सब गैर-प्रतिबद्धता के चलते हुआ है, जैसा कि वर्तमान में तमिलनाडु सरकार की 2021-22 से 100 प्रतिशत सरकारी अवशोषण की प्रतिबद्धता है।
परिणामस्वरूप, वित्तीय वर्ष 2011-12 में तमिलनाडु पावर जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉर्पोरेशन और पावर नेटवर्क कॉर्पोरेशन को दी गई 43,493 करोड़ रुपए की ऋण राशि पिछले 10 वर्षों में तीन गुना बढ़कर (2021-22) तक 1,59,823 करोड़ रुपए हो गई है।
शुद्ध ब्याज लोन पर बढ़ादूसरी तरफ कर्ज पर शुद्ध ब्याज 259 फीसदी बढ़कर 2011-12 में 4,588 करोड़ था, जो अब यानी कि 2020-21 में 16,511 करोड़ रुपए हो गया है।
ये हैं नए रेटसरकार ने 601 से लेकर 800 यूनिट तक इस्तेमाल करने वालों के लिए भी कीमतों में बदलाव किया है। अब 601 से 800 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 9 रुपए 20 पैसे की जगह 9 रुपए 65 पैसे के हिसाब से भुगतान करना होगा। इसके साथ ही 801 यूनिट से 1000 यूनिट तक उपयोग करने पर 10 रुपए 20 पैसे की जगह 10 रुपए 70 पैसे पैसे के हिसाब से भुगतान करना होगा। वहीं, 1000 यूनिट से अधिक पर 11 रुपए 80 पैसे के हिसाब से भुगतान करना पड़ेगा। नया टैरिफ 1 जुलाई से लागू किया गया है।