फिल्म-सई रा नरसिम्हा रेड्डीसितारे-चिरंजीवी,अमिताभ बच्चन,सुदीप,वीरा रेड्डी,मुकेश ऋषि, तमन्ना भाटियानिर्देशक-तमन्नास्टार-3/5
सई रा नरसिम्हा रेड्डी फिल्म का फैंस का बेसब्री से इंतजार था, ये अब खत्म हो गया है। फिल्म आज सिनेमाघरों में पेश कर दी गई है। गांधी जयंती के अवसर पर फिल्म को पेश किया गया है। फिल्म में लीड रोल में चिरंजीवी और अमिताभ बच्चन हैं। फिल्म के ट्रेलर को फैंस ने जमकर पसंद किया था।चिरंजीवी की ये 151 फिल्म है जिससे दर्शकों को काफी उम्मीदें हैं। पढ़िए सई रा नरसिम्हा का रिव्यू...
फिल्म की कहानी
1857 में आजादी की पहली लड़ाई हुई थी। उससे करीब 10 साल पहले नरसिंहा रेड्डी (चिरंजीवी) पहली बार अंग्रेजों के खिलाफ अपनी आवाज बेवाक तरीके से उठाते हैं। उनके गुरुजी(अमिताभ बच्चन) उनको इसके लिए युद्ध के सभी गुण सिखाते हैं। नरसिम्हाअंग्रेंजों के खिलाफ खुली बगाबत पर उतर आते हैं। साथ ही इनमे उन्हे दूसरे पालेगर अवकु राजू (सुदीप), जगपति (वीरा रेड्डी), पापा खान (मुकेश ऋषि) का साथ मिलता है।
लेकिन अंग्रेज भी शांत नहीं रहते हैं वह नरसिम्हा को मारने के लिए पालेगरों को किसी तरह से अपनी तरफ कर लेते हैं। लेकिन नरसिम्हा 300 अंग्रेंजो का खात्मा 40 गांव वालों की मदद से कर देता है। और पालेगर और नरसिम्हा फिर मिल जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ सिम्हा की प्रेमिका लक्ष्मी (तमन्ना) अपनी कला से युद्ध का संदेश हर जगह फैलाती हैं। जिस कारण नरसिम्हा का नाम पूरे देश मे गूँजता है। तेलुगू राजा पांडी (विजय सेतुपति) भी नरसिम्हा रेड्डी को आकार मिलते हैं।
धीरे धीरे पूरे देश में आजादी की आग जलने लगती है। बौखलाए अंग्रेज नरसिम्हा के खिलाफ पूरी ताकत अपनी झोंकने लगते हैं। इसके बाद नरसिम्हा के सामने कई बड़ी चुनौतियां खड़ी होती हैं। क्या अंग्रेज नरसिम्हा को मार देते हैं या फिर नरसिम्हा अंग्रेंजो को पस्त कर देते हैं ये सब जानने के लिए फिल्म थिएटर में देखनी होगी।
एक्टिंग
64 साल के चिरंजीवी की एक्टिंग के बारे में जो कहा जाए वो शायद थोड़ा कम ही होगा। एक्टर ने बहुत ही शानदार एक्टिंग को पेश किया है। कहें तो ये उनके करियर की बेस्ट फिल्म है। साथ ही सुदीप,विजय, जगपति आदि सभी सह कलाकार भी अपने रोल में फिट बैठे हैं। तमन्ना भाटिया एक बार फिर से इस तरह से रोल में फैंस को खींचने में कामयाब हुईं हैं। फिल्म में अनुष्का शेट्टी मेहमान के रोल में है। अमिताभ बच्चन ने भी हमेशा की तरह से शानदार एक्टिंग की है।
निर्देशन
सुरेंद्र रेड्डी ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। ऐसे में निर्देशक की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। फिल्म में इतना खूबसूरत एक्शन सीन पेश किए गए हैं कि ये हमेशा याद किए जाएंगे। फिल्म में सभी सही कलाकरों का प्रयोग किया गया है।