अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई से जांच कराने की बिहार सरकार की सिफारिश को बुधवार को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। इस केस को लेकर अब कई चीजें सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है। बिहार पुलिस ने पटना के राजीव नगर थाने में दर्ज इस मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो को सौंपने का फैसला किया है। वहीं रिया चक्रवर्ती के कॉल डिटेल्स के सामने आने की खबरें आ रही हैं।
सूत्रों की मानें तो सुशांत 20 से 24 जनवरी 2020 के बीच अपनी बहन रानी से मिलने चंडीगढ़ गए थे, उस दौरान रिया ने महज पांच दिन के अंदर उन्हें 19 बार कॉल किया था। दरअसल, रिया चक्रवर्ती का सुशांत के अपने परिवार वालों से मिलना-जुलना पसंद नहीं था। इस वजह से वह अक्सर सुशांत को परिवार से दूर रखने का प्रयास करती थीं।
मेंटल हॉस्पिटल नहीं जाना चाहते थे सुशांत
आज तक ऑनलाइन में छपी खबर के मुताबिक पिछले साल दिसंबर में सुशांत ने अपनी बहन को नए नंबर से कॉल कर मदद की गुहार लगाई थी। सुशांत ने कहा था कि रिया और उनका परिवार उन्हें मेंटल हॉस्पिटल में भेजने की कोशिश कर रहा है। वो मेंटल हॉस्पिटल नहीं जाना चाहते हैं। वो मुंबई से सबकुछ ख़त्म करके हिमाचल में कहीं सेटल हो जाएंगे। रिया के कॉल्स डिटेल सामने आने के बाद और भी कई चीजों का खुलासा हुआ है।
परिवार के वकील का दावा, मुंबई पुलिस में कोई रिया की कर रहा मदद
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील, वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि बॉलीवुड की अभिनेत्री रिया चक्रवती द्वारा पटना में दर्ज प्राथमिकी के स्थानांतरण के लिये शीर्ष अदालत में याचिका दायर करने से संकेत मिलता है कि मुंबई पुलिस में कोई उनकी मदद कर रहा है। विकास सिंह ने कहा कि रिया अभी तक सुशांत मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही थीं लेकिन अब उन्होंने पटना में दर्ज मामले की जांच पर रोक लगाने का अनुरोध शीर्ष अदालत से किया है।
25 जुलाई को पटना में सुशांत के पिता ने की थी एफ़आईआर
शांत सिंह राजपूत की मौत मामले ने दिवंगत अभिनेता के पिता ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के सदस्यों सहित छह अन्य के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज कराई थी। केके सिंह ने पटना शहर के राजीव नगर थाना में भादवि की धारा 306, 341, 342, 380, 406 और 420 के तहत उक्त प्राथमिकी दर्ज कराई। सुशांत के पिता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया, ‘‘रिया, उसके परिजनों और सहयोगी कर्मचारियों ने षड्यंत्र के तहत मेरे बेटे के साथ धोखाधड़ी और बेईमानी की। उसे काफी समय तक बंधक बनाकर रखा और अपने आर्थिक लाभ के लिए उसपर दबाव डालकर उसका इस्तेमाल किया और अंत में मेरे बेटे को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।’’