कोलकाता/मुंबईः द कश्मीर फाइल्स के निर्माता-निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री और टीएमसी विधायक व गायक बाबुल सुप्रियो कोलकाता में एक इवेंट का स्थान बदले जाने को लेकर ट्विटर पर भिड़ गए। दोनों ने ट्विटर पर एक-दूसरे के ऊपर तंज कसा।
दरअसल विवेक अग्निहोत्री की किताब 'अर्बन नक्सल' कोलकाता के क्वेस्ट मॉल में बुक साइनिंग इवेंट (20 अप्रैल को बुक पर हस्ताक्षर का कार्यक्रम था) का स्थान बदलकर स्टारमार्क बुक शॉप साउथ सिटी मॉल कर दिया गया था। उसी दिन इसकी जानकारी साझा करते हुए फिल्ममेकर ने ट्वीट में लिखा कि मुझे बताया गया कि क्वेस्ट मॉल एक समुदाय विशेष का क्षेत्र है इसलिए यर सुरक्षित नहीं है। विवेक अग्निहोत्री ने लिखा कि यह बहुत दुखत और खतरनाक है कि भारत में ही एक भारतीय लेखक को भारतीय मॉल में जाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वह इलाका एक समुदाय का वर्चस्व है।
विवेक रंजन के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए बाबुल सुप्रियो ने कहा कि प्रिय विवेक अग्निहोत्री आप फिल्म बिरादरी से मेरे एक सहयोगी हैं और आपकी पत्नी मुझे लंबे समय से जानती हैं। क्वेस्ट मॉल मेरे निर्वाचन क्षेत्र बालीगंज में पड़ता है। आपने जिन कारणओं का उल्लेख किया, मैं जानकर व्याकुल हूं कि आपने अपना स्थान बदल दिया?
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि क्या आप कृपया मेरी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं? या आप भी मेरी तरह लाचार हैं। इसपर सुप्रियो ने कहा कि मैं तब असहाय था जब मैं साम्प्रदायिक दल भाजपा में था। जिसने मुझे बिना किसी गलती के 'दंगेबाज' का खिताब दिलाया। कृपया एक दिन पहले कोलकाता आ जाएं। मैं आपको चुनौती देता हूं कि आप अपने जीवन की सर्वश्रेष्ठ पुस्तक का विमोचन करेंगे। मैं व्यक्तिगत रूप से ख्याल रखूंगा।
आगे सुप्रियो ने कहा कि आपका राजनीतिक उपहास यह पूछना कि क्या मैं असहाय हूं, मुझे याद दिलाता है कि जनाब नसीरुद्दीन शाह ने भी मुझे दंगेबाज कहा था जब मैंने सीपीआईएम द्वारा मैदान में उतारी गई उनकी भतीजी के खिलाफ बालीगंज से चुनाव लड़ा था। वैसे भी, मुझे अपना नंबर डीएम करें और मैं आपको कॉल करूंगा।
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि कौन साम्प्रदायिक है, पूरा बंगाल जानता है, सिवाय उनके जिन्होंने मॉल को हाईजैक कर लिया। अब इसे छोड़ दें, वास्तविकता को स्वीकार करें और संगीत की अद्भुत दुनिया में वापस आ जाएं।