बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत के बाद एक बार फिर बॉलीवुड में हो रहे भाई-भतीजावाद (नेपोटिज्म) और खेमेबाजी (लॉबिंग) को लेकर बहस छिड़ गई है। सुशांत के निधन से उदास फैंस लगातार तमाम बॉलीवुड स्टार्स को खरी-खोटी सुना रहे हैं। वैसे इस बीच फिल्म इंडस्ट्री में चल रहे नेपोटिज्म (Nepotism) को लेकर कई सेलेब्रिटीज सामने आए हैं। इस लिस्ट में अब मशहूर गायक कुमार सानू (Kumar Sanu) का नाम भी जुड़ गया है।
सुशांत की मौत पर अभी भी कुमार नहीं कर पा रहे विश्वास
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कुमार ने सुशांत को श्रद्धांजलि देते हुए फैंस के साथ कई बातें शेयर कीं। अभिनेता को प्रतिभाशाली और विनम्र बताते हुए कुमार सानू ने कहा, 'मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने सुसाइड कर लिया। मैंने जहां तक सुना है, वो बहुत पॉजिटिव इंसान थे। वो एक बेहतरीन एक्टर थेन और अपनी दरियादिली के लिए जाने जाते थे। उन्होंने बहुत कम समय में इतना अच्छा काम किया। उन्होंने बॉलीवुड को हिट फिल्में दीं और बहुत कम समय में उन्होंने अपनी जगह बना ली थी।'
कुमार ने कहा, 'बिहार ने बॉलीवुड को कई टैलेंटेड ऐक्टर्स दिए, जिन्हें आज पूरा देश देख रहा है। इसमें शत्रुघन सिन्हा, मनोज बाजपेयी, शेखर सुमन, उदित नारायण और सुशांत सिंह राजपूत जैसे कलाकार शामिल हैं, जोकि बिहार से हैं। उम्र में सुशांत हमारे बच्चे जैसे ही हैं। उन्होंने इतनी कम उम्र में बेहतरीन काम किया। उन्होंने बहुत अच्छी फिल्में कीं और हमारा मनोरंजन भी किया।'
कुमार सानू ने स्वीकार की बॉलीवुड में नेपोटिज्म की बात
अपनी बात को जारी रखते हुए कुमार सानू ने कहा, 'मैं यही कहूंगा कि भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। मैन अभी भी कह रहा है कि काश सुशांत ने ऐसा कदम नहीं उठाया होता। उसकी मौत से एक अलग क्रान्ति देखने को मिल रही है। नेपोटिज्म हर जगह होता है, हमारी बॉलीवुड इंडस्ट्री में थोड़ा ज्यादा है। ये आप हैं जो हमें बनाते हैं। कौन किसको बनाएगा और कौन किसको इस इंडस्ट्री से निकाल देगा यह फिल्म बनाने वाले या ऊपर के लोग तय नहीं कर सकते हैं। यह आपके हाथ में है कि किसे रखना है और किसे गिराना। आप ही हैं, जो सभी आर्टिस्टों को बनाते हैं।'
उन्होंने इसके साथ ही कहा, 'मैं एक सलाह देना चाहूंगा कि जो लोग बाहर से मुंबई आते हैं फिल्म या म्यूजिक इंडस्ट्री में स्ट्रगल करने आते हैं वो यहां आकर पहले एक जॉब पकड़ लें और फिर फिल्म या म्यूजिक इंडस्ट्री में स्ट्रगल करें। मैंने भी ऐसा ही किया था। ऐसा करने से आपको रहने-खाने की दिक्कत नहीं होगी और किसी के सामने झुकना नहीं पड़ेगा। इससे आप अपने टैलेंट को भरपूर दिखा पाएंगे। मुझे उम्मीद है कि सुशांत सिंह राजपूत की वजह से आने वाली पीढ़ी को बराबर काम मिलेगा। मैं यही कहूंगा कि सुशांत सिंह राजपूत मर के भी अमर हो गया।'
डिप्रेशन का शिकार थे सुशांत
बता दें कि 14 जून 2020 को 34 वर्षीय सुशांत सिंह राजपूत मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, वो काफी समय से डिप्रेशन के शिकार थे। उनका इलाज भी चल रहा था, लेकिन उन्होंने अपनी दवाइयां लेनी बंद कर दी थीं। मुंबई में पवन हंस शवदाह गृह में अभिनेता का अंतिम संस्कार किया गया तगा, जिसमें उनके परिवार के सदस्यों और फिल्म और टीवी इंडस्ट्री के करीबी दोस्त की पहुंचे थे।