दरअसल चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश जिस तरह से सीमा पर तनाव बढ़ाते रहते हैं, उसके मद्देनजर भारत के लिए अपनी सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जरूरी हो गया था। ...
पांच साल में एक बार वोट देना ही पर्याप्त नहीं है, इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि हमारे वोट से नेता बना व्यक्ति अपने वादों और दावों पर खरा उतर रहा है कि नहीं। ...
एक अहम सवाल यह उभरा कि भारत ने यह एक बड़ी राजनयिक चुनौती ले तो ली है लेकिन क्या मौजूदा हालात में भारत इस स्थति में है कि वह दोनों पक्षों को युद्ध रोकने के लिए समझा पाए और क्या उसके शांति प्रयास वहां कारगर हो सकेंगे? ...
मंदिर के पुजारियों को कबूतरों को खाना देना बंद करने के लिए मना लिया और कबूतरों की आबादी अपने आप घट गई। भारत में भी पक्षी वैज्ञानिक डॉ. गोपी सुंदर और डॉ. सतीश पांडे अपनी वैज्ञानिक जानकारी के माध्यम से कबूतरों के बारे में बताने का प्रयास कर रहे हैं, ले ...
लड़कों के मामले में स्थिति ठीक विपरीत है। लड़कों की हर गलती क्षम्य मानी जाती है क्योंकि समाज पुरुष प्रधान है और उसकी सोच यह है कि लड़कों को ज्यादा आजादी पाने की छूट होनी चाहिए। ...
Haryana Assembly Elections 2024: कांग्रेस आलाकमान लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा को पार्टी का संभावित चेहरा बनाकर दलित समुदाय को भी अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश कर रहा है. ...
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव पर निश्चय ही पड़ोसी पाकिस्तान तथा चीन के साथ विश्व के अनेक देशों और उनमें काम करने वाले कई संगठनों और व्यक्तियों की गहरी दृष्टि होगी. ...