केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम की जो रूपरेखा तैयार की है, वह परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों के तनाव को बहुत कुछ कम कर देगी। ...
वनों के दोहन से जैव पारिस्थितिकी पर बुरा असर पड़ रहा है। देश में वन क्षेत्रों में बढ़ोत्तरी लाने और मौजूद वनों के विकास संरक्षण व संवर्धन की दिशा में कुछ उपायों पर विचार किया जाना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। ...
भारत के कुल वन क्षेत्रों में तिरानवे फीसदी उष्ण कटिबंधीय वन और सत्तासी फीसदी शीतोष्ण वन पाए जाते हैं। इसमें से 95.7 फीसदी वन राज्य सरकारों, 2.8 फीसदी निगमों और शेष डेढ़ फीसदी निजी संस्थानों के अधिकार में आते हैं। ...
खेती-किसानी में रसायन के इस्तेमाल से किसानों को सांस की बीमारी, कैंसर हो रहा है। यह बात हाल ही में प्रबंधन अध्ययन अकादमी, लखनऊ और हैदराबाद द्वारा हिमाचल प्रदेश में 22 विकास खंडों के किसानों पर हुए सर्वेक्षण से सामने आई है। ...
चांद की यात्रा पर निकले ‘चंद्रयान-3’ के ‘लुनार मॉड्यूल’ और चंद्रमा की कक्षा का पहले से चक्कर लगा रहे ‘चंद्रयान-2’ के ‘ऑर्बिटर’ के बीच जब सोमवार को दोतरफा संचार स्थापित हुआ तो वह देशवासियों के लिए गर्व का एक अनूठा पल था। ...
तुलसीदासजी के राम हम सबके घर के सदस्य सरीखे हैं. उनके लिए कोई ‘पर’ या ‘इतर’ (दूसरा) नहीं है. सभी उनके निकट है और अपने हैं. राम जीवन की हर कठिनाई को झेलने वाले व्यक्ति हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम हैं पर जीवन में शायद ही कोई ऐसा कष्ट होगा जो वे नहीं झेलते ...
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदुस्तान की प्राथमिकताएं कई गुना विराट आकार में प्रस्तुत हैं, साक्षरता का प्रतिशत बढ़ा है तथा मुल्क की आवाज दुनिया भर में गंभीरता से सुनी जाने लगी है। ऐसे में देश के भीतर अपनी पंचायत में संवाद और चर्चा का अभाव खटक ...
ऐसी स्थिति में पाकिस्तान के पास छोटी-मोटी हरकतें करने के अलावा और कोई विकल्प भी नहीं है। जंग की तो वह सोच भी नहीं सकता। हर बार पिटता है और कभी जुर्रत की तो और पिटेगा। ...
केपटाउन जैसी स्थिति एशिया तथा अफ्रीका के कई देशों में निकट भविष्य में पैदा हो सकती है। हम अपने देश को ही लें। आजादी के 76 वर्ष बाद भी देश की आबादी का बड़ा हिस्सा स्वच्छ पेयजल आपूर्ति से वंचित है। 24 घंटे जलापूर्ति का स्वप्न तो शायद ही कभी साकार हो सक ...