लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: बुढ़ापे में स्मृतिलोप का बढ़ना चिंताजनक

By ललित गर्ग | Updated: March 17, 2023 12:53 IST

यह शोध बुढ़ापे में एक और अंधेरा परिव्याप्त होने की विडंबना को दर्शा रहा है। वस्तुतः वृद्धावस्था तो वैसे भी अनेक शारीरिक व्याधियों, मानसिक तनावों और अन्यान्य व्यथाओं भरा जीवन होता है और अगर उस पर उनमें स्मृतिलोप जैसी बीमारियां हावी होने लगेंगी तो वृद्धावस्था अधिक कष्टदायक हो जाएगी।

Open in App
ठळक मुद्देबढ़ती उम्र के साथ स्मृतिलोप वर्तमान समय में चिंता का विषय बुढ़ापे में स्मृति लोप के कारण कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान सहित दुनिया भर के कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों की ओर से किए गए शोध में यह बताया गया है कि आने वाले वक्त में भारत में साठ साल या उससे ज्यादा उम्र के एक करोड़ से भी अधिक लोगों के डिमेंशिया यानी स्मृतिलोप की चपेट में आने की आशंका है। घोर उपेक्षा एवं व्यवस्थित देखभाल के अभाव में बुजुर्गों में यह बीमारी तेजी से पनप रही है।

जर्मन नेचर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी कलेक्शन में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक सन 2050 तक भारत की कुल आबादी में साठ साल से ज्यादा उम्र वालों की तादाद करीब उन्नीस फीसदी होगी। अगर एक करोड़ से ज्यादा बुजुर्ग स्मृतिलोप जैसी समस्या के शिकार हो जाएं तो व्यापक पैमाने पर उनका सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन किस तरह की त्रासदी का शिकार होगा, इसका सिर्फ अंदाजा ही लगाया जा सकता है।

यह शोध बुढ़ापे में एक और अंधेरा परिव्याप्त होने की विडंबना को दर्शा रहा है। वस्तुतः वृद्धावस्था तो वैसे भी अनेक शारीरिक व्याधियों, मानसिक तनावों और अन्यान्य व्यथाओं भरा जीवन होता है और अगर उस पर उनमें स्मृतिलोप जैसी बीमारियां हावी होने लगेंगी तो वृद्धावस्था अधिक कष्टदायक हो जाएगी।

स्मृतिलोप जैसी समस्या के स्रोतों की पहचान, बेहतर खानपान के साथ-साथ शरीर और मन-मस्तिष्क की सक्रियता या व्यायाम आदि के सहारे वृद्धों को स्वस्थ जीवन देने का प्रयास होना चाहिए।

अगर ऐसी स्थितियां निर्मित की जाएं जिसमें बुजुर्गों की रोजमर्रा की जिंदगी को खुश और सेहतमंद बनाए रखने के इंतजाम हों, तो उन्हें न केवल स्मृतिलोप जैसी कठिनाइयों से बचाया जा सकेगा, बल्कि उनके लंबे जीवन-अनुभवों का लाभ भी समाज और देश को मिल सकेगा।

टॅग्स :Mental Healthफिटनेस टिप्समेंस हेल्थ टिप्स इन हिंदीmen's health tips
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यगर्भवती महिलाओं के पीने के पानी में पीएफएएस की मौजूदगी उनके शिशुओं के लिए घातक: अध्ययन

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यनागपुर विधानसभा सत्रः 176 खुदरा और 39 थोक विक्रेताओं के लाइसेंस रद्द, मंत्री नरहरि जिरवाल ने कहा-खराब गुणवत्ता वाली दवाओं की बिक्री को लेकर एक्शन

स्वास्थ्यडॉ. रोहित माधव साने को “Personality of the Year 2025” का सम्मान

स्वास्थ्य12 से 13 वर्ष, तंबाकू, शराब, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन?, 8वीं, 9वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के 5900 से अधिक छात्रों से प्रश्न, सर्वेक्षण में खुलासा

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले