पटनाः बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर बीपीएससी और शिक्षा विभाग की आज हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि प्राथमिक शिक्षकों की बहाली में बीएड अभ्यर्थियों का रिजल्ट जारी नहीं किया जायेगा। इससे करीब 3.90 लाख अभ्यर्थियों को बड़ा झटका लगा है यानी अब वे प्राथमिक शिक्षक नहीं बन सकते हैं।
बीपीएससी सभागार में आयोजित की गई इस बैठक में आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक समेत कई अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 14 सितम्बर को शिक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट जारी करने को लेकर फैसला हुआ है। इसके साथ ही पहली से पांचवी तक के लिए बीएड डिग्रीधारियों को रिजल्ट में शामिल नहीं करने का फैसला लिया गया है।
3 लाख 90 हजार बीएड अभ्यर्थियों को राहत नहीं मिल पाई है। इसके साथ कई अन्य फैसला लिया गया है। इसके साथ ही दूसरे फेज के शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर भी फैसला लिया गया है। अक्टूबर माह में दूसरे फेज की शिक्षक भर्ती को लेकर बीपीएससी की तरफ से विज्ञापन निकाला जाएगा और नवंबर माह में परीक्षा हो सकती है। वहीं अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट जांच में शिक्षकों को लगाए जाने को लेकर भी चर्चा हुई है।
इस मुद्दे पर केके पाठक और अतुल प्रसाद के बीच विवाद चल रहा था। इस विवाद को बढ़ता देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को तलब किया था। उल्लेखनीय है कि बिहार में 1.70 लाख शिक्षकों की बहाली हो रही है। इसके लिए परीक्षा की प्रक्रिया हो चुकी है।