Bihar News: नौकरी जाने से दुखी गेस्ट टीचरों ने किया आरजेडी कार्यालय का घेराव, बताई पीड़ा
By एस पी सिन्हा | Published: November 21, 2023 05:16 PM2023-11-21T17:16:58+5:302023-11-21T18:29:27+5:30
बिहार का शिक्षा विभाग प्लस-2 स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए गेस्ट टीचर की सहायता ले रहा था। ये गेस्ट टीचर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ ही नियोजित शिक्षक की तरह ही गैर शैक्षणिक कार्य भी कर रहे थे।

फाइल फोटो
पटना: बीपीएससी के द्वारा 1.20 लाख शिक्षकों को नियुक्त कर दिए जाने के बाद पहले से कार्यरत गेस्ट टीचर सड़क पर आ गए हैं और उनके परिवार के सामने एक बार फिर से भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। नए शिक्षकों की नियुक्ति की वजह से हजारों गेस्ट टीचरों की नौकरी जा रही है। ऐसे में पीड़ित गेस्ट टीचर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं।
दरअसल, बिहार का शिक्षा विभाग प्लस-2 स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए गेस्ट टीचर की सहायता ले रहा था। ये गेस्ट टीचर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के साथ ही नियोजित शिक्षक की तरह ही गैर शैक्षणिक कार्य भी कर रहे थे। लेकिन, बीपीएससी के द्वारा शिक्षकों की नियुक्त किए जाने के बाद इन गेस्ट टीचरों की सेवा शिक्षा विभाग द्वारा खत्म की जा रही है। विभाग के इस कदम से गेस्ट टीचर नाराज हैं।
इन शिक्षकों ने आरजेडी के प्रदेश कार्यालय का घेराव किया और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इन गेस्ट टीचरों का कहना है कि जिस तरह नियोजित शिक्षकों को स्थाई किया गया है और परीक्षा लेकर राज्यकर्मी का दर्जा देने की तैयारी शिक्षा विभाग कर रही है। उसी तरह गेस्ट टीचर से भी सक्षमता परीक्षा ली जाए और पास करने वाले गेस्ट शिक्षकों को स्थायी कर दिया जाए।
गेस्ट टीचर से हटाने के बाद वे बेरोजगार हो जायेंगे। प्रदर्शन कर रहे गेस्ट टीचरों ने कहा कि उनके पास स्थाई शिक्षक से संबंधित सभी तरह की डिग्रियां हैं, पर ज्यादा उम्र होने की वजह से वे लोग बीपीएससी परीक्षा में नहीं बैठ पा रहे हैं। सरकार अगर अलग से सभी गेस्ट टीचर के लिए सक्षमता परीक्षा लेती है, तो सभी लोग उसमें शामिल होने के लिए तैयार हैं। इसी के लिए वे लोग सड़क पर उतरे हैं।