संवाददाता से लेकर संपादक तक, राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य का अनुभव, खासकर एडिटोरियल प्लानिंग, आइडिया, लॉचिंग आदि का विशेष अनुभव।Read More
2019 के लोकसभा चुनाव की तस्वीर तो साफ हो गई कि कौन, किसके साथ खड़ा है, किन्तु इस बार के लोस चुनाव के नतीजे क्या रहेंगे, यह कहना इसलिए मुश्किल है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता और पूर्व मुख्यमंत्री करूणानिधि के गुजर जाने के बाद तमिलनाडु की राजनीतिक तस्वी ...
वर्ष 2014 में दो राजनेताओं का राजनीतिक उदय हुआ, एक- देश में नरेंद्र मोदी, और दो- दिल्ली में अरविंद केजरीवाल. नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने तो अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने. ...
अखिलेश यादव का कहना है कि कांग्रेस के प्रमुख नेता- राहुल गांधी और सोनिया गांधी को बीजेपी घेरने में कामयाब नहीं हो जाए, इसलिए ये सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी गई है, लेकिन इसके सियासी मायने कुछ और भी हैं. ...
LOK SABHA ELECTION: राजस्थान में लोस की कुल 25 सीटें हैं, जो सभी पिछले चुनाव में बीजेपी ने जीत ली थी, लेकिन इस बार की राजनीतिक तस्वीर बदली हुई है, लिहाजा बीजेपी के सामने इन 25 सीटों को बचाने की तगड़ी चुनौती है. ...
इस बार लोकसभा चुनाव में बढ़ती चुनौतियों के कारण बीजेपी गठबंधन को लेकर बैकफुट पर है, वहीं कांग्रेस सियासी संभावनाओं को देखते हुए फ्रंटफुट पर है. राहुल गांधी और पीएम मोदी की ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां शुरू हो चुकी हैं. ...
सियासी माहौल कैसा भी हो, पीएम मोदी को वाराणसी से हराना आसान नहीं है. यह बात अलग है कि पीएम मोदी की जीत भी हार का अहसास देगी, यदि वे पिछली बार जैसी कामयाबी हांसिल नहीं कर सके. ...
2014 में मतों का सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस और बसपा को हुआ, तो सबसे बड़ा फायदा बीजेपी को हुआ था। यदि इस बार सपा, बसपा और कांग्रेस एक मंच पर होते हैं तो 2014 जितने वोट ले कर भी बीजेपी उतनी बड़ी सफलता हांसिल नहीं कर सकती, लेकिन अब तक तो ऐसा हो नहीं पाया ...