इस्लामाबाद:शहबाज शरीफ सरकार ने रक्षा मंत्रालय की सलाह पर केन्या में मारे गये पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या के जांच के लिए तीन सदस्यीय एक आयोग बनाने का ऐलान किया है। दरअसल शरीफ हत्याकांड के विवाद तब तूल पकड़ लिया था, जब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनकी हत्या के तार पाकिस्तान से जोड़ते हुए इसे टार्गेट किलिंग बताया था।
इस संबंध में मिली ताजा जानकारी के मुताबिक जांच आयोग की अगुवाई जस्टिस अब्दुल शकूर पराचा करेंगे। उनके अलावा इस कमेटी में अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक उस्मान अनवर और खुफिया ब्यूरो के उप महानिदेशक उमर शाहिद हामिद भी शामिल होंगे। खबरों के शरीफ सरकार ने यह जांच आयोग पाकिस्तान जांच आयोग अधिनियम, 2017 के तहत गठित किया है।
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या के बाद रक्षा मंत्रालय द्वारा तथ्यों का पता लगाने के लिए एक जांच आयोग गठित करने की मांग की गई थी, जो केन्या सरकार के सहयोग से पूरे मामले की पड़ताल करेगी।
इसके साथ ही बयान में परोक्षतौर से इमरान खान के आरोपों का जवाब देते हुए यह भी कहा गया है कि कुछ लोगों ने पत्रकार शरीफ के मारे जाने के बाद मुल्क की सेना के खिलाफ अनावश्यक आरोप लगाने, अफवाह फैलाने और उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही थी।
सरकारी अधिसूचना में बताया गया है कि यह जांच आयोग शरीफ हत्याकांड की जांच को 30 दिनों में पूरा करके अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को सौंपेगा, जिनके आदेश से इस आयोग का गठन किया गया है। दरअसल इस आयोग के गठन की कवायद सरकार ने उस समय की जब सीधे सेना ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सरकार से हत्या की उच्च स्तरीय जांच कराने को कहा गया।
बीते गुरुवार को सेना के आईएसपीआर डिविजन के डायरेक्टर जनरल मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, "हमने शरीफ हत्याकांड में सरकार से एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाने की गुजारिश की है ताकि इस संबंध में लग रहे सभी अटकलों पर विराम लगाया जा सके।"
मालूम हो कि बीते 23 अक्टूबर को केन्या में कथित तौर पर स्थानीय पुलिस द्वारा शरीफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थीष उनकी हत्या के बाद केन्या पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए शरीफ के मारे जाने की घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताते हुए जांच की बात कही गई थी। इस संबंध में केन्याई मीडिया ने स्थानीय पुलिस के हवाले से कहा कि पत्रकार अरशद शरीफ को नैरोबी में पुलिस ने "गलत पहचान" के कारण गोली मार दी थी।
शरीफ की हत्या के बाद मामला कोर्ट में गया और उनकी लाश पाकिस्तान लाने के लिए याचिका दायर की गई। कोर्ट के आदेश के बाद शरीफ का पार्थिव शरीर पिछले हफ्ते पाकिस्तान पहुंचा। उसके बाद पाकिस्तान आयुर्विज्ञान संस्थान में शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे इस्लामाबाद के एच-9 कब्रिस्तान में दफना दिया गया।