नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री इमरान खान ने सोमवार, 3 अप्रैल को देश के लोगों से समर्थन की अपील की। इमरान खान ने कहा कि देश के लिए ये बेहद नाजुक समय है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री ने कहा कि आज पाकिस्तान एक ऐसे चौराहे पर खड़ा है जहां से वह या तो म्यांमार की तरह बन सकता है या तुर्की की तरह। इमरान खान ने अपील की कि पाकिस्तान को म्यांमार बनने से रोकें।
इमरान खान ने ट्विटर पर लिखा, "आज हम अपने संवैधानिक इतिहास में एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां हम तुर्की की तरह हो सकते हैं या एक और म्यांमार बन सकते हैं। सभी को यह चुनना होगा कि वे संविधान, कानून और लोकतंत्र के शासन के साथ खड़े हैं या एक भ्रष्ट माफिया के जंगली और फासीवाद का कानून के साथ खड़े हैं।"
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान के हालात ऐसे बन गए हैं जहां यह म्यांमार जैसा एक और सैन्य-नियंत्रित देश बन सकता है या तुर्की का अनुसरण कर सकता है, जिसने जुलाई 2016 में एक सैन्य तख्तापलट के प्रयास को विफल कर दिया था।
बता दें कि तोशखाना मामले में फंसे इमरान खान की इस समय सरकार के साथ ठनी हुई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पहले ही कह चुके हैं कि इमरान खान के साथ किसी भी तरह की बातचीत तभी संभव है जब वह देश भर अराजकता फैलाने के लिए सावजनिक रूप से माफी मांगेंगे। शहबाज शरीफ दावा किया है कि इमरान खान की सरकार के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान का कर्ज 70 फीसदी बढ़ गया और एक भी परियोजना शुरू नहीं की गई। पीएम शहबाज ने कहा कि पीटीआई प्रमुख ने पहले अमेरिका को अपनी कुर्सी जाने का जिम्मेदार बताया और फिर यू-टर्न लेते हुए कहा कि यह साजिश अमेरिका ने नहीं रची थी।
शाहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान ने संयुक्त राज्य अमेरिका में लॉबिंग के लिए फर्मों को काम पर रखा है। देश में बढ़ती आर्थिक बदहाली के लिए भी शाहबाज शरीफ ने इमरान खान को ही जिम्मेदार ठहराया। दूसरी तरफ इमरान ने अपने उपर लगे सारे आरोपों को सेना और आईएसआई के कुछ अफसरों के साथ मिलकर बनाई गई सरकार की साजिश कहा है।