लाइव न्यूज़ :

'काबुल में पाक दूतावास पर हमला सिर्फ एक नाटक था', इस्लामिक स्टेट - खुरासान प्रांत के पूर्व सदस्य ने किया खुलासा

By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 17, 2023 5:32 PM

साल 2022 के दिसंबर महीने में आईएसकेपी ने काबुल में पाकिस्तानी दूतावास पर हमला किया था। इस हमले के बारे में शेख अब्दुल रहीम ने कहा कि काबुल में पाक दूतावास पर हमला सिर्फ एक नाटक था।

Open in App
ठळक मुद्देआईएसकेपी के पूर्व सदस्य ने खोली पाकिस्तान की पोलकहा- काबुल में पाक दूतावास पर हमला सिर्फ एक नाटक थाकहा- आतंकी संगठनों को धन मुहैया कराता है पाकिस्तान

नई दिल्ली: इस्लामिक स्टेट - खुरासान प्रांत (आईएसकेपी) के  पूर्व संस्थापक सदस्य शेख अब्दुल रहीम मुस्लिमदोस्त ने एक साक्षात्कार में पाकिस्तान के संबंध में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। तालिबान समर्थक अल-मरसाद मीडिया के साथ नवीनतम साक्षात्कार में शेख अब्दुल रहीम ने बताया है कि आईएसकेपी ने आतंकवादी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान और इस्लामिक स्टेट के केंद्र सीरिया और इराक से धन प्राप्त किया है।

शेख अब्दुल रहीम मुस्लिमदोस्त ने बताया कि  शुरुआत में 2015 में लश्कर-ए-तैयबा ने आईएसकेपी को 50 लाख पाकिस्तानी रुपये की राशि मुहैया कराई थी। अपनी फंडिंग के अन्य स्रोत का हवाला देते हुए मुस्लिमदोस्त ने बताया कि इस्लामिक स्टेट - खुरासान प्रांत की आय का अन्य बड़ा साधन अपहरण के माध्यम से जबरन वसूली था।

साक्षात्कार में  शेख अब्दुल रहीम ने एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया। साल 2022 के दिसंबर महीने में आईएसकेपी ने काबुल में पाकिस्तानी दूतावास पर हमला किया था। इस हमले के बारे में शेख अब्दुल रहीम ने कहा कि काबुल में पाक दूतावास पर हमला सिर्फ एक नाटक था। राजदूत को कुछ नहीं हुआ। बस एक अंगरक्षक घायल हो गया। दरअसल इस हमले से पाकिस्तान दुनिया को दिखाना चाहता था कि इस्लामिक स्टेट - खुरासान प्रांत से उसकी दुश्मनी है। 

तालिबान के सामने आत्मसमर्पण करने वाले शेख अब्दुल रहीम मुस्लिमदोस्त ने स्पष्ट किया है कि वह पहले अफगान नहीं थे जिन्होंने 2014 के अंत में इस्लामिक स्टेट समूह के प्रति निष्ठा की कसम खाई थी। शेख अब्दुल रहीम के अनुसार मदीना में इस्लामिक अध्ययन से स्नातक करने वाले हेलमंड के मौलाना इदरिस पहले अफगान थे जिन्होंने इस्लामिक स्टेट का हाथ थामा था। 

आतंकियों को पनाह देने और आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया करने के आरोप पाकिस्तान पर पहले भी लगते रहे हैं। अब शेख अब्दुल रहीम मुस्लिमदोस्त के बयान से ये भी साफ हो गया है कि पाकिस्तान न केवल देश के अंदर के आतंकी संगठनों को धन मुहैया कराता है बल्कि इस्लामिक स्टेट जैसे खतरनाक संगठनों के साथ भी उसकी दोस्ती है।

टॅग्स :पाकिस्तानटेरर फंडिंगतालिबानआईएसआईएस
Open in App

संबंधित खबरें

भारतश्रीलंका के 4 संदिग्ध ISIS आतंकवादियों को अहमदाबाद हवाई अड्डे पर किया गया गिरफ्तार

भारतपुलवामा हमले के बाद भारत के एक सख्त कदम से बर्बाद हुआ पाकिस्तान, पाक मंत्री ने संसद में स्वीकार किया

क्रिकेटVideo: 'यूरोप के लिए शरिया की जरूरत, समाज में समस्याओं के लिए कामकाजी महिलाएं जिम्मेदार', पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान सईद अनवर का वीडियो वायरल

भारतLok Sabha Elections 2024: शिरोमणि अकाली दल ने 'ऐलान-नामा' में कहा, "पाकिस्तान से करतारपुर साहिब को वापस लेंगे"

ज़रा हटकेviral video: उबर ड्राइवर ने महिला से कहा- 'पाकिस्तान में होते तो अपहरण कर लेता', फिर क्या हुआ...देखें

विश्व अधिक खबरें

विश्वराष्ट्रपति रायसी की मौत के कारण ईरान में क्यों है आतिशबाजी और जश्न का माहौल?

विश्वIsrael–Hamas war: बेंजामिन नेतन्याहू और हमास नेताओं के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करने की मांग, जानें मामला

विश्वEbrahim Raisi Death: क्या ईरान के राष्ट्रपति की हुई हत्या? सोशल मीडिया पर इज़राइल की भूमिका पर संदेह है, अधिकारियों ने स्पष्ट किया

विश्वनेपाल के प्रधानमंत्री 'प्रचंड' ने जीता संसदीय विश्वास मत , 18 महीने में चौथी बार हुआ ऐसा

विश्वSouth African Parliamentary Elections: पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को झटका, संसदीय चुनाव में खड़े होने की इजाजत नहीं, कोर्ट ने कसी नकेल