तेल अवीव: इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध दक्षिणी इजरायल में रह रहे लोग अब जेरुसलम का रुख कर रहे हैं। यहां पर भी डर का माहौल बना हुआ है। इसके साथ ही यहां पर सुनसान सड़कें और ऐतिहासिक पश्चिमी तट की दीवार बता रही हैं कि अभी युद्ध खत्म नहीं हुआ। क्योंकि आने वाले समय में कुछ भी हो सकता है।
कई फिलिस्तीन नागरिक भी यहां रहते हैं और अपना कारोबार करते हैं। हालांकि, इस युद्ध के चलते उनके काम पर भी असर पड़ा है। उन्होंने दोनों देशों के बीच मौजूदा स्थिति को इसका जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, जेरुसलम के टैक्सी ड्राइवर और दुकानदार भी इससे ज्यादा खुश नहीं है।
मालूम हो कि हमास ने 20 मिनट में 5000 मिसाइल एक साथ दक्षिणी इजरायल पर दाग दी थी। जवाब में इजरायल ने कमर कसते हुए ऐलान कर दिया था गाजा के आतंकवादी संगठनों को खत्म करके ही सांस लेंगे।
वहीं,जेरुसलम में टैक्सी ड्राइवर ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि इस स्थिति से दुखी हूं। दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के कारण जेरुसलम में इजरायली और अरब जगत के लोगों के बीच रिश्ते काफी खट्टे होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इजरायली लोग अरब टैक्सी ड्राइवर के साथ जाने से इनकार कर रहे हैं।
जेरुसलम के एक और कारोबारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा वर्तमान हालात के कारण कारोबार करने का माहौल, यहां न के बराबर हो गया है। युद्ध के कारण सभी चीजें थम सी गई हैं। यहां आपातकाल की स्थिति पैदा बनी हैं, ऐसे हम क्या करें और क्या न करें, कुछ समझ नहीं आ रहा है।
जेरुसलम शहर वैसे तो काफी पुराना है और विश्व भर में अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण जाना जाता है। ये शहर मिडिल ईस्ट में बसा हुआ है, यहां पर क्रिश्चिन, इस्लाम, यहूदी समुदाय के लोग रहते हैं।
दूसरी तरफ इजरायल के रक्षा मंत्रालय और डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने रविवार को कहा है कि लेबनान बॉर्डर से 14 समुदाय के लोगों को बाहर निकालने की योजना बना रहे हैं।
आईडीएफ ने ये भी बताया कि सोमवार को लेबनानी बॉर्डर से दो किलोमीटर पहले बसे 28 समुदायों को बाहर निकालने की योजना है। वहीं, बीती शनिवार रात को इजरायली डिफेंस फोर्स ने दक्षिणी इजरायल में हमले करने वाले नुखबा कमांडो फोर्स के दो सदस्यों को मार गिराया है। इस बात की जानकारी टाइम्स ऑफ इजरायल की खबर में सामने आई है।