Israel-Hamas war: संयुक्त राष्ट्र की टीम का दावा- गाजा में बंधकों के खिलाफ हुई यौन हिंसा, कैद में रखे गए लोगों के खिलाफ भी बर्बरता का संदेह
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: March 5, 2024 07:26 PM2024-03-05T19:26:30+5:302024-03-05T19:28:39+5:30
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र की टीम को विश्वास करने का उचित आधार मिला कि सामूहिक बलात्कार सहित यौन हिंसा तब हुई थी जब हमास ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला किया था।
Israel-Hamas war: संयुक्त राष्ट्र की एक टीम का कहना है कि इस बात की पुख्ता जानकारी है कि गाजा में बंधक बनाए गए बंधकों को बलात्कार और यौन यातना सहित यौन हिंसा का शिकार बनाया गया है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि यह संदेह करने के आधार हैं कि दुर्व्यवहार अभी भी जारी है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र की टीम को विश्वास करने का उचित आधार मिला कि सामूहिक बलात्कार सहित यौन हिंसा तब हुई थी जब हमास ने 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हमला किया था। इज़राइल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इस निश्चित मान्यता का स्वागत करता है कि हमास ने यौन अपराध किए हैं।
इज़राइल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को अब हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करना चाहिए और उस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाना चाहिए।
हालांकि दूसरी तरफ हमास ने इस बात से इनकार किया है कि उसके बंदूकधारियों ने हमलों के दौरान महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया। यूएन रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि उसके पास यह मानने का उचित आधार है कि अभी भी कैद में रखे गए लोगों के खिलाफ ऐसी हिंसा जारी हो सकती है।
बता दें कि हमास के बंदूकधारियों ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में घुसपैठ की थी और लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी और 253 अन्य को बंधक बना लिया। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि यौन हिंसा कम से कम तीन स्थानों पर हुई। नोवा संगीत समारोह स्थल और उसके आसपास, रोड 232, और किबुत्ज़ रीम।