Israel-Hamas War: फिलीस्तीन के समर्थन में आवाज उठाने वाली स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ इजरायल ने कड़ा रुख अपनाया है। जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार इजरायली शिक्षा मंत्रालय ने उनकी जलवायु सक्रियता को संदर्भित करने वाले शिक्षा पाठ्यक्रम के हिस्से को हटाने का फैसला किया है।
बता दें कि एक्स पर एक पोस्ट में थनबर्ग ने गाजा में तत्काल युद्धविराम की अपील की थी। एक्स पर एक पोस्ट में थुनबर्ग और तीन अन्य कार्यकर्ता गाजा और जलवायु न्याय का समर्थन करते हुए तख्तियां पकड़े हुए थे।
ग्रेटा थनबर्ग ने एक्स पर लिखा, “सप्ताह 270, आज हम फिलिस्तीन और गाजा के साथ एकजुटता दिखाते हुए हड़ताल करते हैं। दुनिया को फिलिस्तीनियों और प्रभावित सभी नागरिकों के लिए तत्काल युद्धविराम, न्याय और स्वतंत्रता के लिए बोलने और आह्वान करने की जरूरत है।"
ग्रेटा थनबर्ग और उनकी जलवायु सक्रियता के लेकर किए जाने वाले प्रयासों को पाठ्यक्रम से हटाने के फैसले के बारे में बताते हुए इज़राइल के शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि हमास एक आतंकवादी संगठन है जो बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सहित 1,400 निर्दोष इजरायलियों की हत्या के लिए जिम्मेदार है, और इसने 200 से अधिक लोगों का अपहरण कर लिया है। थनबर्ग का यह रुख उसे एक शैक्षिक और नैतिक रोल मॉडल होने से अयोग्य ठहराता है, और वह अब इजरायली छात्रों के लिए एक प्रेरणा और शिक्षक के रूप में सेवा करने के योग्य नहीं है।
इजराइल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से इजरायलियों पर हमास के क्रूर हमले को उजागर करने वाले गाजा के समर्थन में आवाज उठाने के लिए थनबर्ग की भी आलोचना की।
बता दें कि हमास को खत्म करने के लिए चलाया जा रहा इजराइली अभियान जारी है। इजराइली युद्धक विमानों ने 23 अक्टूबर को भी पूरे गाजा पट्टी के साथ-साथ सीरिया के दो हवाई अड्डों और हमास के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में कथित तौर पर उग्रवादियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली एक मस्जिद को निशाना बनाया है। इजराइल के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि उनका देश गाजा में हमले तेज कर रहा है और जमीनी हमले भी किये जाने की संभावना बढ़ रही है । इजराइल और हमास के बीच संघर्ष 16 दिन से जारी है।