उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में अलीगढ़ में एक ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद वह ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए हैं। अपने बयान को लेकर रघुराज सिंह की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। रविवार (12 जनवरी 2020) को अलीगढ़ के नुमाइश ग्राउंड में भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी के खिलाफ नारे लगाने वालों को जिंदा दफना दूंगा। जैसे ही इस बयान की खबरें सोशल मीडिया पर आई ट्विटर यूजर्स उनको ही खुलेआम चुनौती देने लगे कि आओ हम सीएए का विरोध कर रहे हैं हमें जिंदा जलाकर दिखाओ। कुछ यूजर्स का कहना है कि क्या हमने ऐसी ही सरकार की कल्पना की थी, जो खुलेआम देश की जनता को जान से मारने की धमकी दे।
फिल्म अभिनेता जावेद जाफरी ने लिखा, 'जागो भारत... क्या इस तरह की सरकार चाहते हैं हम ??? देश में कई ऐसे सांसद और विधायक हैं जो खुलेआम धमकी दे रहे हैं और हेट स्पीच दे रहे हैं लेकिन इन्हे बर्खास्त नहीं किया जा रहा है।'
एक यूजर ने लिखा, बीजेपी नेता खुले तौर पर एंटी-सीएए प्रदर्शनकारियों को धमकी दे रहे हैं लेकिन कोई भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करेगा।
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राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में और क्या-क्या कहा?
असल में पिछले महीनों से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ छात्र आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ नारे लगाए थे। इसी पर निशाना साधते हुए राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि मोदी योगी के खिलाफ नारे लगाने वालों को जिंदा दफना दूंगा।
रघुराज सिंह ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जो छात्र मोदी और योगी के खिलाफ नारे लगा रहे हैं उन्हें मैं जिंदा दफना दूंगा। उन्होंने कहा, 'नेहरू की कोई जाति है? उनका खानदान ही नहीं था।'
रघुराज सिंह ने कहा कि यह देश हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी का है। मगर इस तरीके से मोदी और योगी के खिलाफ विवादित नारे नहीं लगाने चाहिए। राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने यह बयान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलीगढ़ के नुमाइश ग्राउंड स्थित कोहिनूर मंच पर पहुंचे के पहने दिया।