उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक वन अधिकारी अन्य कर्मचारियों को जानवर को फंसाने की प्रक्रिया का प्रदर्शन करते समय बाघ के पिंजरे में फंस गया। यह घटना महेशपुर वन क्षेत्र से सामने आई जहां शख्स करीब एक घंटे तक पिंजरे के अंदर बंद रहा।
ऑनलाइन सामने आए एक वीडियो में अधिकारी को रोते हुए और जाल से बाहर निकलने के लिए संघर्ष करते देखा गया। कई असफल प्रयासों के बाद कर्मचारी अंततः उसे बाघ के पिंजरे से बाहर निकालने में कामयाब रहे।
कथित तौर पर पिंजरे के बाहर फंसे कर्मचारी को निकालने में एक घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो पर यूजर्स तमाम तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिंजरा अच्छे से बनाया गया था और प्रोडक्ट की टेस्टिंग भी अच्छे से की गई थी।
क्षेत्र से हाल की खबरों में जंगली जानवरों के घूमने और क्षेत्र के निवासियों और आवारा कुत्तों पर हमला करने के कारण भय की स्थिति पर प्रकाश डाला गया है। अगस्त के अंत में बाघ के हमले के कारण एक किसान की जान चली गई।
हालांकि, जानवर को पिंजरे में बंद करने के लिए बाघ के स्थान का पता लगाने का प्रयास किया गया। खबरों के मुताबिक, भेड़ियों को बहराईच के पास लखीमपुर जिले में भी हमला करते हुए देखा गया था। किसानों, एक गाय और एक कुत्ते पर हमले की सूचना मिली।