पंजाब एंड महाराष्ट्र को-आपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले के शिकार खाताधारकों में से एक संजय गुलाटी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। संजय गुलाटी परिवार के करीब 90 लाख रुपये बैंक में जमा हैं। संजय गुलाटी मुंबई ओशिवारा इलाके के तारापोरेवाला गार्डन के रहने वाले थे। संजय की पहले जेट एयरवेज से नौकरी चली गई थी, और अब सभी जमा पूंजी फंस गई थी। बताया जा रहा है कि जिसका सदमा वो सह नहीं पाए और उनको दिल का दौरा पड़ गया। संजय गुलाटी के मौत के बाद उनके एक दोस्त का वीडियो सामने आया है। जो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है।
वीडियो में सजंय के दोस्त बता रहे हैं, ''संजय अपनी नौकरी जाने से उतना परेशान नहीं था, जितना कि वह अपने बैंक में फंसे पैसे को लेकर परेशान था। खाताधारकों के जमा पैसों के लिए वह बीते दिन हुए विरोध प्रदर्शन में भी शामिल था। बार-बार संजय एक ही बात कह रहा था कि मुझे नौकरी जाने का कोई गम नहीं है, लेकिन मेरे पैसे फंस गए हैं।''
वीडियो में दिख रहा है कि जब एक रिपोर्टर उनके दोस्त से पूछता है कि क्या संजय की मौत के पीछे बैंक में पैसा फंसना जिम्मेदार है? तो संजय के दोस्त कहते हैं, हां, क्योंकि संजय का एक बेटा स्पेशल चाइल्ड है। जिसके इलाज में काफी ज्यादा पैसा लग जाता है। लेकिन मुझे संजय से बताया था कि मेरे पास बैंक अकाउंट में लाखों होते हुए भी मैं 10 और 20 हजार रुपये के लिए परेशान होता हूं।''
इस वीडियो को चांदनी चौक की विधायक अलका लाम्बा ने भी शेयर किया है। वीडियो को शेयर कर विधायक अलका लाम्बा ने लिखा है, हे राम.. बेहद दुःखद :( सोचो संजय गुलाटी जी के परिवार पर क्या बीत रही होगी) बीजेपी की मोदी सरकार मात्र जनता का पैसा ही नहीं जान भी ले रही है, यह सिलसिला 2016 नोटबंदी से आज तक जारी है।
जानें संजय गुलाटी के निधन का पूरा मामला?
सोमवार (14 अक्टूबर) को संजय गुलाटी किल्ला कोर्ट के सामने प्रदर्शन में भी शामिल थे। लेकिन दोपहर को जब वह घर आए तो उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। संजय गुलाटी पंजाब एंड महाराष्ट्र को-आपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले में फंसी जमाराशि निकालने के लिए प्रदर्शन में कर रहे थे।
क्यों फंसे है लोगों के पैसे
भारतीय रिजर्व बैंक ने घोटाले में घिरे पंजाब एंड महाराष्ट्र को-आपरेटिव (पीएमसी) बैंक के बचत खाताधारकों के लिए छह माह में निकासी की सीमा 25,000 रुपये से बढ़ाकर 40,000 रुपये कर दी। यह तीसरी बार है जबकि रिजर्व बैंक ने पीएमसी के ग्राहकों के लिए प्रति खाता निकासी की सीमा बढ़ाई है। केंद्रीय बैंक ने 23 सितंबर को पीएमसी बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगाई थी। उसी समय प्रति ग्राहक छह माह में केवल 1,000 रुपये निकासी की सीमा तय की गई थी। केंद्रीय बैंक के इस फैसले की काफी आलोचना हुई थी।