मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक बार फिर से महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' कहा है। बुधवार (27 नवंबर) को लोकसभा में डीएमके सांसद ए. राजा ने एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान प्रज्ञा ने यह टिप्पणी की। सांसद ए. राजा अदालत के समक्ष नाथूराम गोडसे द्वारा दिये गए उस बयान को उद्धृत कर रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा? ए. राजा गोडसे का अदालत में दिया बयान पढ़ ही रहे थे कि हस्तक्षेप करते हुए प्रज्ञा ने गोडसे को देशभक्त बताया। बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जैसे ही गोडसे को देशभक्त बताया सोशल मीडिया पर हैशटैग #PragyaSinghThakur के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना होने लगी।
कांग्रेस छोड़ शिवसेना में गईं प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा, डियर पीएम मोदी अब वक्त आ गया है कि आप प्रज्ञा सिंह ठाकुर, महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे में किसी एक का चुनाव करें।
टीवी पत्रकार और एंकर रुबिका लियाकत ने लिखा है, ''सजा की जगह ईनाम मिलेगा तो संदेश यही जाएगा कि प्रज्ञा ने अबतक जो किया सही किया। पार्टी और पीएम की सख्त हिदायत के बावजूद प्रज्ञा के मुंह से बार-बार गोडसे की तारीफ इसलिए निकलती है क्योंकि गोडसे भक्ति प्रज्ञा के डीएन में है। बापू का देश है गोडसे का नहीं।''
पत्रकार भूपेंद्र चौबे ने लिखा है कि प्रज्ञा सिंह के लिए संसद में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
विधायक प्रियंका खड़गे ने कहा, मैं प्रज्ञा का बयान देखकर हैरान नहीं हूं।
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गोडसे को देशभक्त बताने के बाद प्रज्ञा ठाकुर को रक्षा मंत्रालाय की कमेटी से हटाया गया
गोडसे को देशभक्त बताने के बाद बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालाय की कमेटी से हटा दिया है। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर अब से पार्टी की होने वाली संसदीय दल की बैठक में भी शामिल नहीं होंगी।
गोडसे पर प्रज्ञा की टिप्पणी के लिए कांग्रेस ने मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर सांसद प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सांसद के खिलाफ प्रधानमंत्री की ‘निष्क्रियता’ गोडसे के विचारों के लिए उनके समर्थन को साबित करती है। विपक्ष पार्टी ने कहा कि ठाकुर की टिप्पणी भाजपा की नफरत की ‘राजनीति का प्रतिनिधित्व’ करती है।
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी गोडसे को देशभक्त करार दिया था
लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था जिसकी वजह से बड़ा राजनीतिक विवाद मचा था। बाद में उन्होंने अपने बयान के लिये माफी मांग ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हालांकि कहा था, “गांधीजी या नाथूराम गोडसे के बारे में टिप्पणी बेहद खराब और समाज के लिये बेहद गलत थी....उन्होंने माफी मांग ली है लेकिन मैं उन्हें कभी भी मन से माफ नहीं कर पाउंगा।”
विवादित नेता ने एक रोडशो में शामिल होने के दौरान कहा था, “नाथूराम गोडसे एक देशभक्त थे, हैं और एक देशभक्त रहेंगे। जो लोग उन्हें आतंकवादी कहते हैं उन्हें अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादों से गहरा नाता
मध्य प्रदेश की प्रज्ञा सिंह ठाकुर मालेगांव ब्लास्ट और आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड के बाद चर्चा में आईं। प्रज्ञा ठाकुर मालेगांव धमाके की आरोपी के तौर पर करीब 9 साल जेल में रहीं और फिर जमानत पर बाहर आईं। लोकसभा चुनाव-2019 में बीजेपी ने उन्हें भोपाल सीट से अपना उम्मीदवार बनाया।