इस्लामाबादः पाकिस्तान में कॉमसैट्स विश्वविद्यालय की परीक्षा में पूछे गए एक सवाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। परीक्षा का प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस सवाल को लेकर विश्वविद्याल और प्रश्नपत्र तैयार करने वाले प्रोफेसर खैर उल बशर पर लोग कार्रवाई की मांग की।
दरअसल, दिसंबर-2022 में हुई परीक्षा में बीएससी इंजीनियरिंग के प्रथम वर्ष के छात्रों से (इंग्लिश कॉम्प्रिहेंशन और कंपोजीशन क्विज में) भाई-बहन ( मार्क और जूली) बीच यौन संबंध बनाने की स्थिति का चित्रण करते हुए सवाल पूछा गया कि क्या दोनों का ऐसा करना ठीक था? छात्रों को इसपर 300 शब्दों में जवाब देने को कहा गया। यह क्विज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर खैल उल बशर ने करवाया जिसके लिए 15 अंक निर्धारित थे।
सवाल से पहले एक पैसेज दिया गया जिसमें लिखा है- मार्क और जूली कॉलेज की गर्मी की छुट्टियों में फ्रांस घूमने गए थे। एक रात वो बीच के किनारे एक कमरे में रुके और दोनों ने आपसी रजामंदी से संबंध बनाने का फैसला किया। दोनों ने तय किया कि ऐसा वो दोबारा नहीं करेंगे और ये उनका राज बनकर रहेगा। पैसेज के बाद सवाल पूछा गया कि क्या दोनों का ऐसा करना ठीक था, अपने विचार 300 शब्दों में लिखें। जांच के बाद प्रोफेसर को निकाल दिया गया है। वहीं सोशल मीडिया पर लोगों ने प्रश्न को अश्लील बताते हुए विश्वविद्यालय को बंद करने की बात कही।
अभिनेत्री और गायक मिशी खान ने लिखा- आपको शर्म आनी चाहिए कॉमसैट्स विश्वविद्यालय। आपके दयनीय विश्वविद्यालय को सील कर दिया जाना चाहिए और विकृत शिक्षकों को बाहर निकाल दिया जाना चाहिए। जिसने भी यह सवाल पूछा, उसे सलाखों के पीछे होना चाहिए। आप इस गंदी सवाल को कैसे पूछते हैं?
एक ने लिखा- यह अज्ञानता क्या है? अंग्रेजी परीक्षा में इस तरह के एक बकवास प्रश्न का तर्क क्या है? यह हमारी युवावस्था को बर्बाद कर रही है !! इमरान खान के पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) से जुड़े शेहरर बुखारी ने ट्वीट किया- "पाकिस्तान के शीर्ष विश्वविद्यालय पाकिस्तान के युवाओं और हमारी संस्कृति और धार्मिक मूल्यों को नष्ट करने के मिशन पर हैं!"
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी के हवाले से न्यूयॉर्क पोस्ट ने बताया कि जिस प्रोफेसर ने सवाल दिया, उसे जांच के बाद विश्वविद्यालय द्वारा निकाल दिया गया और ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। अधिकारी ने कहा, "क्विज की सामग्री अत्यधिक आपत्तिजनक है और पूरी तरह से इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के पाठ्यक्रम कानूनों के खिलाफ है और छात्रों के परिवारों के बीच अशांति पैदा करता है।"